हर साल मनाई जाने वाली हनुमान जयंती इस साल 16 अप्रैल को मनाई जाने वाली है। आप सभी को बता दें कि हनुमान जयंती के दिन राम भक्त हनुमान की पूजा करने से विशेष फल मिलता है। कहा जाता है श्री हनुमान का नाम लेते ही सारे संकट दूर हो जाते हैं और भक्त को किसी बात का भय नहीं सताता है। जी हाँ, केवल उनके नाम मात्र से आसुरी शक्तियां गायब हो जाती हैं। हालाँकि हनुमान जी की पूजा में कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए और आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं।
* कहा जाता है श्री बजरंग बली का प्रिय रंग लाल है। इसके चलते पूजा के दौरान उनकी पसंद का पूरा ध्यान रखना चाहिए। जी हाँ, हनुमान जंयती या मंगलवार के दिन श्री हनुमान जी को लाल रंग के फूल, कपड़ें आदि अर्पित करें। ध्यान रहे श्री हनुमान जी की पूजा काले या सफेद रंग के कपड़े पहनाकर न करें, क्योंकि ऐसा करने पर आपकी पूजा पर नकरात्मक प्रभाव पड़ता है।
* श्री बजरंग बली काफी शांतप्रिय देवता है इस वजह से उनकी साधना बड़े ही शांत मन से करनी चाहिए। अगर आपका मन अशांत है या फिर आपको किसी बात पर क्रोध आ रहा है, तो ऐसे में हनुमान जी की पूजा न करें। जी दरअसल अशांत मन से की गई पूजा से हनुमान जी प्रसन्न नहीं होते हैं।
* यह बात बहुत कम ही लोग जानते हैं कि हनुमान जी की पूजा में चरणामृत का प्रयोग नहीं किया जाता है। इसी के साथ ही श्री बजरंग बली की खंडित अथवा टूटी मूर्ति की पूजा करना भी वर्जित है। इसके अलावा मांस-मदिरा का सेवन करने के पश्चात् भी न तो हनुमान मंदिर जाएं और न ही उनकी पूजा करनी चाहिए।
* ज्योतिष के मुताबिक हनुमान जी बलशाली देवता हैं लेकिन उनका शांत व्यक्तित्व है। ऐसे में पूजा के दिन राम नाम की 108 माला जपने से रामभक्त हनुमान बेहद प्रसन्न होते हैं।
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