''सब सुख लगे तुम्हारी शरणा, तुम रक्षक काहू को डरना''
आज हनुमान जयंती है. समूचे देश में विभिन्न हनुमान मंदिरों की छटा आज देखने लायक है. बाबा का हर दरबार चाहे वो कही भी स्थित हो आज भक्तों से पटा हुआ है. सुन्दरकाण्ड के पाठ, हनुमान चालीसा की गूंज, मंत्रोच्चार और जय हनुमान, जय श्रीराम के जयघोष से सारा माहौल धर्ममय हो गया है. देश भर में बाबा के कई दरबार है जहा पर भक्तों के दुख मिटायें जाते है. ऐसा ही एक धाम है राजस्थान के जयपुर से सवा सौ किलोमीटर की दुरी पर स्थित मेहंदीपुर बालाजी. बाबा का ये चमत्कारी मंदिर देश के बड़े हनुमान मंदिरों में से एक है.
अतिप्राचीन और चमत्कारी मेहंदीपुर बालाजी धाम में हर रोज हजारों हनुमान भक्त आते है. मान्यता है कि इस मंदिर में बाबा के दर्शन मात्र से भुत-प्रेत बाधा से पीड़ित लोगों के कष्ट मिट जाते है. इस तरह की समस्या से ग्रसित लोग यहाँ होने वाली दिन की तीन आरती में शामिल होते है और उसी दौरान स्वयं बजरंगबली अपनी शक्ति से इन बाधाओं से लोगों को मुक्त कर देते है. यहाँ पर भुत प्रेत को संकट या अपराधी कहा जाता है, उनकी पेशी होती है बाबा के मंदिर के पास बने मंदिर परिसर में जहा प्रेतराज सरकार का दरबार लगता है. प्रेतराज सरकार बजरंगबली के दंडाधिकारी है. वही रुद्रावतार हनुमान जी के थानेदार के रूप में बाबा भैरव खुद विराजमान है.
यहाँ किसी तरह के तंत्र मंत्र या किसी अन्य आडंबर की कोई जगह नहीं है और ना ही भक्तों को इस हेतु कोई मोटी रकम खर्च करने की जरुरत है.बस अपना या अपनों का दुःख लेकर बालाजी सरकार के चरणों में अर्जी लगाते ही हर कष्ट का निवारण हो जाता है. मेहंदीपुर के बालाजी सरकार के दरबार में उस पौराणिक मान्यता पर भी यकीन हो जाता है, जिसके अनुसार यह कहा गया है कि बजरंग बली आज भी धरती पर विराजित देव है. जय बालाजी सरकार की.
सिंदूर चढ़ाने से प्रसन्न होते है बजरंगबली