आज कार्तिक कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि मतलब की नरक चतुर्दशी के दिन रुद्रावतार श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव मनाया जा रहा है। युगों-युगों से हनुमत साधना अत्यंत कल्याणकारी मानी गई है। केवल सुमिरन करने मात्र से ही हनुमान जी अपने श्रद्धालुओं के सभी समस्या पलक झपकते ही दूर कर देते हैं। ऐसे में आज बल, बुद्धि एवं विद्या के दाता चिरंजीवी हनुमान का आशीर्वाद पाने के लिए हनुमान जी की आराधना से संबंधित 5 आवश्यक नियम को अवश्य याद रखना चाहिए।
1- दीपावली पंचमहापर्व के दूसरे दिन हनुमान जन्मोत्सव पर हनुमान जी की पूजा दक्षिण की तरफ मुख करके करें। आज हनुमान जन्मोत्सव दिन भर भद्रा रहेगी, ऐसे में हनुमान जी की साधना सभी समस्याओं को दूर करे आपके सभी कार्यों को संपन्न करने वाली है।
2- बजरंगबली की पूजा हमेशा शुद्ध तन-मन से करना चाहिए। बजरंगबली की पूजा करते वक़्त हमेशा धुले हुए स्वच्छ वस्त्र धारण करने चाहिए। हनुमान जी की आराधना करते वक़्त लाल फूल, सिंदूर, वस्त्र एवं जनेऊ अवश्य चढ़ाएं। हनुमान जन्मोत्सव पर शाम के वक़्त हनुमान मंदिर में या फिर घर में बजरंग बली के फोटो या प्रतिमा के सामने सरसों के तेल का चौमुखा दीया अवश्य जलाएं।
3- हनुमान जन्मोत्सव के दिन सिंदूर में तिल का तेल मिलाकर बजरंग बली के शरीर पर लगाएं या उनके लिए किसी मंदिर में दान करें। इस उपाय को करने से जल्द ही बजरंग बली खुश होते हैं तथा भक्त को मनचाहा वरदान देते हैं।
4- बजरंग बली काे खुश करने के लिए प्रसाद में मोतीचूर का लड्डू, बूंदी, गुड़ या फिर गेहूं की रोटी का चूरमा चढ़ा सकते हैं। बजरंग बली के प्रसाद में तुलसी दल रखना न भूलें। बजरंग बली का प्रसाद हमेशा शुद्ध घी में बनाएं।
5- हनुमान जन्मोत्सव पर आज आप हनुमान जी को खुश करने के लिए पूरी श्रद्धा तथा भरोसे के साथ हनुमान चालीसा, हनुमानाष्टक, बजरंग बाण, सुंदरकांड, हनुमान बाहुक का पाठ कर सकते हैं। हनुमत साधना में मंत्र की काफी अहमियत है। ऐसे में आप उनका बहुत ही आसान मंत्र ‘ॐ हनुमते नमः‘ मंत्र का जप आज हनुमान जन्मोत्सव पर पंचमुखी रुद्राक्ष की माला से करके उनकी खास कृपा प्राप्त कर सकते हैं।
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