मेरा जूता है जापानी ये पतलून इंग्लिस्तानी...जब भी ये गाना कही सुनाई देता है तो हमारी आखो के सामने एक ऐसी नायाब हस्ती का चेहरा आ जाता है. जिसे हिंदी सिनेमा जगत का शो मेन कहा जाता है. जी हम बात कर रहे है दिवंगत अभिनेता राजकपूर की. हिंदी सिनेमा में एक नया दौर प्रारंभ कर अभिनेत्रियों को फिल्म का महत्वपूर्ण अंग बनाने वाले राजकपूर का जन्म आज ही के दिन 1924 को हुआ था. उन्हें हिंदी सिनेमा जगत में शो मैन के नाम से जाना जाता था. भारतीय फिल्म प्रोड्युसर और अभिनेता राज कपूर को उनके अभिनय और फिल्मों के लिए आज भी जाना जाता है.
जोकर का वह किरदार आज भी हिंदी सिनेमा के लिए एक अतुल्य दरोहर बना हुआ है. हिंदी सिनेमा में अपने बेहतरीन अभिनय के लिए जाने जाने वाले राजकपूर को फिल्मों में बोल्डसीन को महत्व देने का श्रेय दिया जाता है. उन्होंने हिंदी फिल्मों में जहां ट्रेजडी, ड्रामा को अच्छी तरह परोसा वहीं उन्होंने अभिनेत्रियों द्वारा फिल्मों में बोल्ड सीन देने के चलन को महत्व देकर हिंदी सिनेमा और दर्शकों को एक नवीन दिशा की ओर मोड़ा. उन्हें अपने बेहतरीन अभिनय और हिंदी सिनेमा में अपने योगदान के लिए 1071 में पद्मभूषण अवार्ड से नवाजा गया.
उन्हें 1987 में फिल्म के सबसे बड़े पुरस्कार दादासाहेब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया. सिनेप्रेमी राजकपूर को सिनेमा में उनके योगदान के लिए उन्हें समय समय पर याद करते रहे है. अविभाजित भारत के पेशावर में जन्मे राज कपूर एक पठान हिंदू परिवार से थे. उनके पिता का नाम पृथ्वीराज कपूर और माता का नाम रामसरनी देवी कपूर था. राज कपूर 6 भाई बहनो में सबसे बड़े थे उनके भाई बहनो में शशि कपूर, शम्मी कपूर, उर्मिला सियाल कपूर, नंदी कपूर, और देवी कपूर है. वही उनके बच्चे ऋषि कपूर, रणधीर कपूर , रितु नंदा, राजीव कपूर और रीमा कपूर है. उन्होंने कृष्ण कपूर से शादी की थी.
विराट-अनुष्का ने हासिल की बड़ी उपलब्धि, टॉप 25 ग्लोबल इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर्स की लिस्ट में बनाई जगह
सलमान खान की फिल्म अंतिम से इस अभिनेत्री ने ली अविका गौर की जगह