1- बुद्ध पूर्णिमा की शुभकामनाएं
2- बुद्धम् शरणम् गच्छामि धम्मं शरणम् गच्छामि
संघम् शरणम् गच्छामि
3- दिल में नेक ख्याल हों और होंठो पर सच्चे बोल
बुद्ध जयंती के मौके पर आपको शांति मिले अनमोल
4- सुख, शांति और समाधान श्रद्धा और अहिंसा के दूत को
आज तहे दिल से प्रणाम।
5- बूंद से बूंद पानी का घड़ा भरता है, इसी तरह, बुद्धिमान व्यक्ति थोड़ा-थोड़ा इकट्ठा करके खुद को अच्छाई से भर देता है - बुद्धा
6- जो कुछ भी तुम्हारा नहीं है, उसे जाने दो, ऐसा करके तुम्हे लंबी खुशी और लाभ ही प्राप्त होगा - बुद्धा
7- क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी अन्य पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं - बुद्धा
8- तीन चीजे बहुत दिनों तक नहीं छिपती सूर्य, चन्द्रमा और सत्य.
9- घृणा, घृणा करने से कम नहीं होती, बल्कि प्रेम से घटती है, यही शाश्वत नियम है। - बुद्धा
10- तुम अपने क्रोध के लिए दंड नहीं पाओगे, बल्कि तुम अपने क्रोध द्वारा दंड पाओगे। - बुद्धा
11- हम जो सोचते हैं वही फल होता है दिमाग सब कुछ हैं हम जो सोचते हैं वही बनते हैं.
12- शांति अंतःकरण से आती हैं उसे बिना मन से मत खोजो.
13- समझने के लिए माफ़ करना जरुरी हैं.
14- तुम खुद को अपने गुस्से के लिए सजा नहीं दोगे अपितु तुम्हारा गुस्सा तुम्हें सजा देगा.
15- वह व्यक्ति जो आक्रोशित विचारों से दूर रहता हैं वह शांति पा लेता हैं.
16- तुम राह जब तक पार नहीं कर सकते जब तक तुम खुद राह नहीं बनाते.
17- बूंद बूंद से घड़ा भरता हैं
18- जो बुद्धिमानी से रहता हैं उसे मृत्यु भी नहीं डरा सकती.
19- वह रास्ता ऊंचाई तक नहीं जाता जो दिल से नहीं गुजरता.
20- यह तीन सत्य सभी को सिखाओ : उदार दिल, सज्जन वाणी, सेवा भाव एवं करुणा जो कि मानवता को नया आकार देते हैं.
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