1- रिश्ते तो चाहे जैसे हो निभाए जाते है
दोस्ती में कुछ रस्म निभाए जाते है
जब कोई नही होता है दुनिया में
तो बस दोस्त ही वक्त मे पुकारे जाते है
2- सच्चा मित्र हमारी गलती का आंकलन करने की जगह उसके सुधार का प्रयास करता है !
3- यारों की यारी भी खिचड़ी से कम नहीं,
स्वाद भले ही न रहे पर कम्बख्त भूक मिटा देती है !!
4- पूराने साल को भले भूल जाये,
पूरानी दोस्ती को नही भूलेंगे
5- मामूली ही थे हम तो किसी कोयले की तरह,
मिले दोस्त ऐसे की जिनकी दोस्ती ने हिरा बना दिया…
6- मिलकर लोग खुश होते है तो क्या हुआ,
बिना मिले दोस्ती निभाना भी जिन्दगी है
7- ये बुलंदियाँ किस काम की दोस्तों
की इंसान चढ़े और इंसानियत उतर जायें.
8- जलते है मेरे दुश्मन मुझसे,
क्यूंकि मेरे दोस्त मुझे दोस्त नहीं भाई मानते है !
9- यारियाँ ही रह जाती है मुनाफ़ा बन के,
मोहब्बत के सौदों में नुक़सान बहोत है …
10- अपनी दोस्ती भी एक अपसरा है
जब भी आती है
जिंदगी को चांद से ज्यादा रोशन कर जाती है…