अमृतसर: ऑपरेशन ब्लू स्टार की 37वीं बरसी पर खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले का महिमामंडन करने के चलते पूर्व फिरकी गेंदबाज़ हरभजन सिंह निशाने पर हैं। इस अवसर पर विगत रविवार को कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में भिंडरावाले के पोस्टर और खालिस्तानी झंडे दिखने का बचाव किया है। उनका कहा है कि ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगा सिख अपना दर्द कम करते हैं।
पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह ने रविवार को खालिस्तानी आतंकी जरनैल सिंह भिंडरावाले को उसकी बरसी पर नमन किया। अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर हरभजन ने भिंडरावाले को एक शहीद करार दिया। इसके साथ ही उसकी तस्वीर शेयर कर, ‘प्रणाम शहीदा नू’ लिखा। हरभजन की इंस्टा स्टोरी पर साझा किए गए पोस्टर में लिखा है कि, “शान से जियो और धर्म के लिए मरो।” उन्होंने एक आतंकी को ऐसे श्रद्धांजलि अर्पित की, जैसे वह कोई हीरो हो। उनकी इस हरकत के बाद हरभजन ट्विटर पर ट्रेंड होने लगे और लोग उनसे सवाल करने लगे कि जिस भिंडरावाले ने कई हिंदुओं को मारा, क्या वह शहीद है। तस्वीर में भी देख सकते हैं कि भिंडरावाले एकदम हीरो के जैसे बीच में नीली पगड़ी में है।
बता दें कि अमृतसर के श्री हरमिंदर साहिब में एक कार्यक्रम के दौरान खालिस्तानी झंडे नज़र आए थे। खालिस्तानी समर्थक दल ‘दल खालसा’ ने 6 जून को खालिस्तान दिवस के तौर पर चिह्नित कर परिसर में मार्च निकाला था। कार्यवाहक जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह ने खालिस्तानी नारों का समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि, “यह सिखों पर गहरा घाव है, जो पूरे साल दर्द देता है। बरसी पर हम ‘खालिस्तान जिंदाबाद’ का नारा लगाकर इस दर्द को कम करते हैं। इसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। यह हमेशा के लिए हमारी स्मृति का हिस्सा रहेगा।”
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