देहरादून: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार मतलब 1 फरवरी 2022 को वर्ष 2022-23 के लिए भारत का आम बजट पेश किया है। उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरीश रावत ने इसे निराशाजनक करार दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने 4 प्रदेशों में होने वाले आगामी चुनावों को देखते हुए यह बजट पेश किया है। यह बजट पूर्ण रूप से निराशाजनक है।
वही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बजट पर प्रश्न उठाए. वहीं TMC नेता डेरेक ओ ब्रायन ने भी इसे लेकर ट्वीट किया. जिसमें उन्होंने बताया, इस सरकार में हीरे उनके सबसे विशेष मित्र हैं. वहीं अन्य, जिनमें किसान, मिडिल क्लास, रोजाना कमाने वाले तथा जो बेरोजगार हैं. उनके लिए प्रधानमंत्री (जो नहीं है) केयर हैं. वहीं सोशल मीडिया पर मिडिल क्लास ट्रेंड होते हुए कई मीम्स की बाढ़ भी आ गई. जिसमें लोगों ने यही कहा कि लोगों को आशा थी कि आयकर स्लैब को लेकर कोई न कोई परिवर्तन होगा, जोकि हुआ नहीं. कुल मिलाकर अधिकांश लोगों ने यही कहा कि मिडिल क्लास के लिए निर्मला सीतारमण के बजट में कुछ नहीं था.
वही बजट पर दुःख जताते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, महंगाई से कुचले जा रहे आम लोगों के लिए ये बजट शून्य है। सरकार बड़े शब्दों में खो गई है, जिसका कोई अर्थ नहीं है। वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने बजट की प्रशंसा करते हुए कहा, ये बजट एक दूरदर्शी बजट है, जो भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल परिवर्तित करने वाला सिद्ध होगा। ये बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ आजादी के 100वें साल के नए भारत की नींव डालेगा।
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