चंडीगढ़ : भारतीय राजनीति मे पकौड़े का महत्व पिछले कुछ दिनों से बढ़ गया है. पकौड़े को लेकर खूब बयानबाजी भी की जा रही है और पकौड़े का उपयोग आपसी आरोप प्रत्यारोप के लिए भी किया जा रहा है. हरियाणा विधान सभा में भी पकौड़े को लेकर सत्ता पक्ष और विपक्ष में व्यंगात्मक बहस हुई और कांग्रेस ने पकौड़े बेचे. इस दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेसी विधायक गीता भुक्शकड़ और किरण चौधरी से पकौड़े खरीदें. साथ ही शकुंतला खटक ने सदन में शिक्षा मंत्री राम बिलास को पकौड़े दिए. जिन्हें शिक्षा मंत्री ने सम्मान सहित स्वीकार किया.
साथ ही विपक्ष के नेता अभय चौटाला भी इस पकोड़ा लड़ाई में कूद पड़े. अभय चौटाला ने कहा कि मुख्यमंत्री और मंत्रियों ने कांग्रेसी विधायकों के पकौड़े स्वीकार किये मगर जब पिछले दिनों इनेलो की स्टूडेंट यूनिट इनसो ने पकोड़े देने की कोशिश की थी तो स्वीकार नही किये गए. वहीं, कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ ने कांग्रेस के इस प्रयास को पकौड़े बेचने वालों का मजाक बताया.
गौरतलब है की पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने एक भाषण के दौरान रोजगार की समस्या पर बोलते हुए ये कह दिया था की देश मे पकोड़ा बेचना भी रोजगार की गिनती मे आता है. जिस पर पहला पलटवार करते हुए पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने कहा था की यदि पकौड़ा बेचना रोजगार है तो भीख मांगना भी रोजगार की श्रेणी मे आना चाहिए. तब से लेकर आज तक पकौड़ा विवाद और राजनीति मे पकौड़े का जिक्र सुर्खियों मे है.
एक दिन देश में ईमानदार पकौड़ा बेचने वाले ही रह जाएंगे- शत्रुघ्न सिन्हा