चंडीगढ़: कॉमनवैल्थ खेलों में भारत के लिए पदक जीतने वाले खिलाड़ियों के सम्मान में होने वाले समारोह को हरियाणा सरकार ने स्थगित कर दिया है, खट्टर सरकार ने यह कदम कुछ नामी खिलाड़ियों द्वारा विरोध प्रदर्शित करने के बाद उठाया है. सरकार का कहना है कि अब यब समारोह इम एथलीट्स के द्वारा उठाए गए मसले पर विचार करने के बाद ही किया जाएगा.
गौरतलब है कि खट्टर सरकार ने कॉमनवैल्थ गेम्स में पदक जीतने वाले खिलाड़ियों को दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में से, उस राशि को काटने का फैसला सुनाया था, जो उन्हें अपने-अपने विभाग, जैसे रेलवे या सेना आदि विभागों से मिली थी. उदहारण के तौर पर अगर कोई खिलाडी रेलवे का कर्मचारी है और उसे इनाम के तौर पर रेलवे ने 50 लाख रु दिए हैं ऐसे में हरियाणा सरकार उसे पुरे डेढ़ करोड़ न देगी, वह रेलवे द्वारा दिए गए 50 लाख काटकर बाकी 1 करोड़ रूपए देगी.
सरकार के इस फैसले पर कई शीर्ष खिलाड़ियों ने आपत्ति दर्ज कराइ थी और सम्मान समारोह का बहिष्कार करने का फैसला लिया था. महिला रेसलर विनेश फोगाट ने तो इसकी शिकायत ट्विटर के जरिए पीएम मोदी को भी कर दी थी. इन तमाम शिकायतों के मद्देनदर ही अब हरियाणा सरकार बेइज्जती से बचने के लिए इस समारोह को स्थगित कर दिया है. आपको बता दें, गोल्ड कोस्ट कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत को मिले कुल 66 पदकों में से एक तिहाई यानी 22 पदक हरियाणा के एथलीट्स ने ही जीते हैं.
क्यों हो रहा विजेता सम्मान समारोह का बहिष्कार ?
द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए संदीप गुप्ता का नाम प्रस्तावित