हिन्दू धर्म में हर साल भाद्र पद माह के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरितालिका तीज मनाई जाती है. हरतालिका तीज महिलाओं के लिए और कुंवारी कन्याओं के लिए बेहद ही खास होता है. सभी अपने पति की लम्बी उम्र के लिए ये व्रत करते हो और कुंवारी कन्याएं अपने मनचाहे वर के लिए इस व्रत को करती हैं. इस व्रत में दिनभर भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है और अपने लिए वरदान मांगे जाते हैं, यहां तक की रात जागरण करके उनके भजन किया जाता है. हम आपको बताने जा हे हैं इस व्रत को करने के फायदे होते हैं.
महिलाओं की उंगलियां खोलती हैं उनके राज़
* रिश्ता ना जुड़ना : अगर शादी नहीं हो पा रही हो या फिर रिश्ता बार-बार टूट रहा हो तो इस दिन निर्जला व्रत करना चाहिए. बाद में प्रदोष काल में पीले वस्त्र पहन कर भोलेनाथ के मंदिर जाएं और शिवलिंग पर चंदन और जल अर्पित करें.
इसके बाद माता पार्वती को कुमकुम लगा कर "ॐ पार्वतीपतये नमः" मंत्र का 108 बार जाप करें. इस कुमकुम को अपने पास हमेशा रखें और इसी को इस्तेमाल करें.
* पति से प्रेम का सुख पाना हो : अगर पति से प्रेम सुख ना मिलता हो तो इस व्रत को निर्जला करें और शाम को सोलह श्रृंगार के साथ भगवान शिव के मंदिर में जाएँ उन्हें ईस्टर और जल अर्पित करें और साथ ही माँ पार्वती को सिंदूर और लाल चुनरी चढ़ाएं. इससे माँ पार्वती आपकी कामना पूरी करेंगी.
पूजा के बाद आप ॐ गौरीशंकराय नमः का 108 बार जाप करें. पूजा के बाद अर्पित की हुई चुनरी को 11 रुपए बांध कर अपने पास रख लें.
इसके अलावा किसी भी प्रकार की बाधा अगर आपके शादी शुदा जीवन में आ रही है तो आप ये व्रत करके सुलझा सकते हैं. माँ पार्वती और भगवान शिव की कृपा बनी रहेगी.
यह भी पढ़ें...
इस अक्षर के नाम वाले व्यक्ति प्यार के मामले में होते हैं दिलदार
इस बार भी द्वापर युग में जन्मे लेंगे भगवान कृष्ण, ये हैं संयोग