इंदौर : कल हरतालिका तीज का त्योहार उत्साह और उमंग के साथ मनाया जायेगा। महिलाओं द्वारा यह व्रत अखंड सौभाग्य प्राप्ति की कामना से किया जाता है। इस अवसर पर जहां महिलाएं भगवान शिव और पार्वती का पूजन अर्चन करेगी तो वहीं निर्जल व निराहार रहकर भी कथा का श्रवण किया जायेगा।
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार अखंड सौभाग्य की कामना से किये जाने वाले इस व्रत का विशेष महत्व है। मान्यता है कि माता पार्वती ने भी भगवान शंकर को पाने के उद्देश्य से इस व्रत को किया था।
ज्योतिषियों ने बताया कि कुंवारी कन्याओं के लिये भी इस व्रत का महत्व है। यदि कुंवारी कन्याएं इस व्रत को करें तो उन्हें श्रेष्ठ और इच्छित वर की प्राप्ति होती है। इधर हरतालिका तीज त्योहार को देखते हुये बाजारों में खरीदी का सिलसिला शुरू हो गया है। शनिवार को भी बाजारों में पूजन सामग्री की खरीदी करने के लिये लोग पहुंचे। बाजारों में सुबह से ही भीड़ नजर आई।
हरतालिका तीज का व्रत करने वाली महिलाओं द्वारा कथा का श्रवण तो किया ही जायेगा वहीं रातजगा भी करने का विधान बताया गया है। इसके चलते शहर के पुराने मोहल्लों और बस्तियों में कई स्थानों पर सामूहिक रूप से महिलायें पूजन करेगी। शहर के पुराने मोहल्लों व बस्तियों में बालू रेती से शंकर पार्वती को बनाया जाकर कथा श्रवण करने की व्यवस्था की जाती है।