चंडीगढ़ : भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के सीएम पद से क्या हटे उनकी मुश्किलें बढ़ती ही जा रही है.अब नई मुश्किल ए.जी.एल. प्लॉट आवंटन मामले की सामने आ गई है. विजिलेंस की सिफारिश के बाद अब मुख्यमंत्री ने मनोहर लाल ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की बात कही है. इससे हुड्डा की मुश्किलें बढ़ सकती है.सीएम मनोहर लाल खट्टर ने ए.जी.एल. मामले की जांच सी.बी.आई. से करवाने की पुष्टि कर दी है.
गौरतलब है कि जब भूपेंद्र सिंह हुड्डा हरियाणा के सीएम का साथ ही हरियाणा विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष भी थे, तब उन्होंने नेशनल हेराल्ड की प्रकाशक कंपनी एसोसिएट जनरल लिमिटेड (एजीएल) को पंचकूला में जमीन मुहैया करवाई गई थी.उस समय सरकार की ओर से एजीएल को पंचकुला में कुछ ऐसी शर्तों पर जमीन आवंटित की गई जिससे राज्य सरकार को करोड़ों रूपए का नुकसान हुआ.इसे लेकर विवाद जारी है.
यही नहीं हुड्डा पर एजीएल के अलावा भी कई लोगों को कौड़़ियों के भाव पर जमीन आवंटित करने का आरोप है.हुड्डा पर आरोप है कि उन्होंने पद का दुरुपयोग करते हुए 496 वर्ग मीटर के 14 औद्योगिक प्लॉट्स कौड़यिोंं के भाव आवंटित किए थे. जिन लोगों को ये प्लॉट आवंटित किए गए उनमें उनके करीबी रिश्तेदार रेनू हुड्डा, नंदिता हुड्डा और मनजोत कौर के नाम शामिल हैं. इसके अलावा हुड्डा पर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा को भी कौडिय़ों के दाम पर जमीन आवंटित करने के आरोप लग चुके हैं. जिसकी जांच हरियाणा सरकार एक आयोग से करा रही है.