हरियाणा के डिप्टी CM दुष्यंत चौटाला और भाजपा नेता रतन लाल कटारिया ने सिंघु बॉर्डर पर हुई हत्या की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि 'वहां जो हुआ, संयुक्त किसान मोर्चा उसकी जिम्मेदारी से नहीं बच सकता।' हाल ही में CM दुष्यंत चौटाला ने कहा, 'यह एक बर्बर अपराध था। पुलिस पहले से ही मामले की जांच कर रही है। लेकिन संयुक्त किसान मोर्चा के 40 नेता अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकते हैं।' इसी के साथ उन्होंने कहा कि, 'किसान आंदोलन का नेतृत्व किसान संघ के नेता कर रहे हैं और किसी भी संगठन या विभाग में कुछ भी गलत होने के लिए उसका मुखिया जिम्मेदार होता है, उसी तरह किसी भी आंदोलन में उसका नेता जिम्मेदार होता है।'
जी दरअसल बीते शनिवार को हरियाणा के उप मुख्यमंत्री गुड़गांव गए और यहाँ उन्होंने कहा, 'इस किसान आंदोलन का नेतृत्व 40 नेताओं द्वारा किया जा रहा है और सिंघु बॉर्डर पर जो हुआ उसके लिए कृषि आंदोलन के नेता जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।' वहीं दूसरी तरफ पूर्व केंद्रीय मंत्री कटारिया ने इसे बर्बर हत्या करार दिया। उनका कहना है, 'जिस तरह तालिबान द्वारा किए गए बर्बर अपराध और हत्याओं के बारे में सुना जाता था, उसी तरह लखबीर सिंह को मौत के घाट उतार दिया गया। किसान आंदोलन की जगह पर होने वाली किसी भी घटना के लिए संयुक्त किसान मोर्चा की जिम्मेदारी होती है। उनके विरोध स्थल पर जो कुछ हुआ है, उसके लिए वे जिम्मेदारी से नहीं बच सकते।'
क्या है मामला?- बीते शुक्रवार को सिंघु बॉर्डर पर किसान आंदोलन के मंच के पास एक दलित शख्स लखबीर सिंह का शव बैरिकेड से लटका पाया गया। जी दरअसल युवक के शव के साथ बर्बरता की गई थी और उसका हाथ काट दिया गया था। इसी को लेकर अब तक विवाद बढ़ा हुआ है।
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