चंडीगढ़: हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के राज्यस्तरीय कार्यक्रम के खर्च में शराब और बीयर के बिल भी जोड़ दिए गए है। अधिकारियों पर शराब, बीयर व सोडा के बिल बच्चों के खाने-पीने के सामान के बिलों की फाइल में लगाने के इल्जामों की कार्रवाई कर रही नगराधीश ने अपनी रिपोर्ट उपायुक्त को सौंपी जा चुकी है। रिपोर्ट में आरोप सही मिले हैं। अब DC की तरफ से रिपोर्ट को मुख्यालय भेजकर कार्रवाई की सिफारिश की जाने वाली है।
रिपोर्ट के आधार पर अब अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरना तो तय हो चुका है। मुरथल स्थित दीनबंधु छोटूराम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल में 1 नवंबर, 2022 को राज्यस्तरीय बाल दिवस समारोह हुआ था। जिसकी जिम्मेदारी जिला बाल कल्याण परिषद सोनीपत को सौंपी जा चुकी है। आयोजन में राज्य बाल कल्याण परिषद के अध्यक्ष के नाते राज्यपाल मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम को लेकर कई अधिकारी पहले आ चुके थे।
इसमें से कुछ राई विश्राम गृह में भी रुके थे। बाद में कार्यक्रम में खर्च राशि की फाइल तैयार भी कर दी गई थी। इसमें इल्जाम लगे थे कि खर्च फाइल में शराब, बीयर व सोडा के बिल भी लगाए गए हैं। इन आरोपों के उपरांत उपायुक्त ने नगराधीश के नेतृत्व में जांच कमेटी बनाई थी। नगराधीश ने अब अपनी रिपोर्ट DC को सौंपी जा चुकी है। रिपोर्ट में आरोप साबित हो चुकी है। अब कार्रवाई के लिए रिपोर्ट मुख्यालय भेजी जाएगी। रिपोर्ट के आधार पर कई अधिकारियों और कर्मचारियों पर गाज गिरनी तय हो चुका है।
हरियाणा बाल कल्याण परिषद की फाइल में एक बिल नंबर 012734 लगा हुआ मिला था। यह बिल राई क्षेत्र स्थित एक शराब ठेके का था। आरोप है कि तत्कालीन जिला बाल कल्याण अधिकारी, जिला प्रोग्राम अधिकारी, सहायक जिला बाल अधिकारी व कोषाध्यक्ष ने शराब के बिल पर हस्ताक्षर कर फाइल में पास कराने के लिए लगाया जा चुका है। DC कार्यालय में स्वीकृति को भेजे बिलों में शराब के साथ ही खाने के 10,597 रुपये और 21,463 रुपये के बिल भी लगाए गए थे।
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