अयोध्या : मध्यप्रदेश के धार्मिक और पर्यटन नगर उज्जैन में इन दिनों शिप्रा के तट पर अमृत का मेला लगा हुआ है। लाखों - करोड़ों लोग आस्था की डुबकी लगाकर पुण्य कमा रहे हैं। ऐस में साधु - संतों द्वारा धर्म संसद का आयोजन किया जा रहा है। धर्म संसद में साधु - संत ने एक जाजम पर बैठकर अयोध्या के श्री राम मंदिर क निर्माण का संकल्प लिया। इस दौरान उन्होंने एक मत होकर कहा कि अयोध्या में 9 नवंबर से श्री राम जन्मभूमि परिसर के चारों ओर सिंहद्वार का निर्माण हो और श्री राम मंदिर के निर्माण का कार्य प्रारंभ हो।
धर्म संसद का विरोध करते हुए बाबारी मस्जिद के मुद्दई हाशिम अंसारी ने कहा है कि इस मामले में बेवजह का विवाद किया जा रहा है। अंसारी ने कहा कि देश के कानून का मजाक मत बनाओ, इस किस्म का इरादा करने वाले देश को तबाह कर रहे हैं। देश की आजादी से पहले ये मसला होता तो मुल्क आज़ाद नहीं होता और ये मुल्क फिर से गुलामी की ओर बढ़ रहा है। दूसरी ओर अंसारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा नेता नहीं मिलेगा। तो उत्तरप्रदेश में अखिलेश यादव जैसा भी कोई नेता नहीं है।
इस मामले में धर्म संसद में आचार्य सत्येंद्र दास ने यह कहा कि जब तक किसी तरह का निर्णय नहीं आ जाता है कोई भी एक ईंट तक नहीं रख सकता है। यह सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का उल्लंघन भी होगा। आखिर सब कह रहे हैं मंदिर बनेगा मगर कैसे बनेगा यह कोई नहीं जानता।