बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली में एक चौका देने वाला मामला सामने आया है. दरअसल, यहाँ रात के अंधेरे में मुस्लिम यात्रियों के नमाज पढ़ने के लिए रोडवेज की बस को सड़क पर खड़ा कर दिया गया. इस दौरान बस के अन्य यात्रियों ने बस रोकने का विरोध किया. इस दौरान उनकी बस ड्राइवर से बहस भी हुई. यह मामला जैसे ही अफसरों के संज्ञान में आया, उन्होंने फ़ौरन बस के ड्राइवर और कंडेक्टर पर कार्रवाई करते हुए उन्हें निलंबित कर दिया.
Namaz in Train
— Woke Patroller (@WokePatroller) June 6, 2023
Namaz in Plane
Namaz in Bus
And Now Namaz in middle of the road by stopping Public transport Bus which is coming from Bareilly to Delhi.
Is this not Jihad by Applying Sharia law and offering Namaz in the middle of the road. Creating inconvenience to… pic.twitter.com/1k45kyrbVi
परिवहन निगम के अफसरों के अनुसार, रात का वक़्त था. सड़क पर चारों तरफ अंधेरा था. ऐसे में यात्रियों से भरी जनरथ बस को वीरान सड़क पर रोकना बस ड्राइवर की घोर लापरवाही है. बताया जा रहा है कि RAM ने ARM को बस के ड्राइवर के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया है. वहीं, निलंबन की कार्रवाई पर बस का कंडेक्टर फूट-फूट कर रोने लगा. कंडक्टर का कहना था कि उसका कोई कसूर नहीं है, वह निर्दोष है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जनरथ बस बरेली से कौशांबी की तरफ जा रही थी. शनिवार रात जब बस बरेली लखनऊ हाईवे पर पहुंची, तो ड्राइवर और कंडेक्टर को कुछ मुस्लिम यात्रियों ने नमाज पढ़ने के लिए बस रोकने की बात कही. इस पर ड्राइवर ने अँधेरे में सुनसान सड़क के किनारे बस खड़ी कर दी. इसके बाद कुछ लोगों ने सड़क पर उतरकर नमाज पढ़ी. वहीं, कुछ अन्य मुसाफिरों ने इसका विरोध किया. साथ ही वरिष्ठ अफसरों को फोन कर घटना की सूचना दी.
इसके साथ ही कुछ यात्रियों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाल दिया. वीडियो में नज़र आ रहा है कि दो मुस्लिम युवक बस के आगे सड़क पर बैठकर नमाज पढ़ रहे हैं. वहीं बरेली डिपो प्रबंधन ने ड्रिवेट और उपचालक दोनों को ड्यूटी से हटा दिया है. बस शनिवार शाम साढ़े सात बजे सेटेलाइट बस स्टैंड से निकली थी. पूरा मामला बरेली-दिल्ली हाईवे का है. वहीं, घटना को लेकर बस का कंडेक्टर मोहित यादव रोते हुए खुद को निर्दोष बताता हुआ नज़र आया.