नई दिल्ली: आज बुधवार (23 अगस्त) को कई लोगों के मोबाइल पर एक SMS प्राप्त हुआ है, जिसमे कहा गया है कि, 'प्रिय ग्राहक, भारत साइबर स्वच्छता केंद्र के अनुसार, इस संपर्क नगर से जुड़े आपके उपकरण संभवत बॉटनेट मैलवेयर से संक्रमित हो सकते हैं। आपसे अनुरोध है कि, अधिक जानकारी एवं उपचार के लिए https://https://www.csk.gov.in/ पर जाएं।' इस मैसेज को देखकर कई लोग हैरान रह गए हैं कि, ये क्या है और कहीं ये फर्जी तो नहीं है ? कहीं ये साइबर क्राइम या ऑनलाइन धोखाधड़ी का कोई पैंतरा तो नहीं है ? ऐसे में हम आपको इन सभी सवालों के जवाब देने जा रहे हैं।
दरअसल, भारत सरकार द्वारा साइबर अपराधों पर लगाम लगाने के लिए साइबर स्वच्छता केंद्र लॉन्च किया गया है. इसके जरिए भारत सरकार देश में नेटवर्क पर मैलवेयर (Malware) के जाल को खत्म करने की कोशिश कर रही है.साइ बर स्वच्छता केन्द्र (बॉटनेट शोधन और मालवेयर विश्लेषण केन्द्र) भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (सर्ट-इन) का ही एक हिस्सा है. इस साइबर स्वच्छता केंद्र को बॉट/मालवेयर विशेषताओं का विश्लेषण करने, सूचना प्रदान करने और नागरिकों को बॉट/मालवेयर को हटाने में सक्षम बनाने के लिए स्थापित किया गया है. साइबर स्वच्छता केन्द्र, लोगों के बीच अपने डेटा, कंप्यूटर, मोबाइल फोन और घरेलू राउटर जैसे उपकरणों को सुरक्षित करने के लिए जागरूकता पैदा करने के लिए काम करता है। जिसके चलते आपके मोबाइल पर ऐसे मैसेज आते हैं। हालाँकि, ये मैसेज पूरी तरह सुरक्षित हैं और सरकार द्वारा स्थापित केंद्र से लोगों को जागरूक करने के लिए जारी किए जाते हैं।
बॉट क्या है?
बता दें कि, बॉट एक ऐसा सॉफ्टवेयर है जो पीड़ितों की डिवाइस (मोबाइल/ कंप्यूटर) को संक्रमित करने और बाद में दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए इसका इस्तेमाल करने में सक्षम है। गतिविधियों को बॉट के कमांड और कंट्रोल सर्वर द्वारा निर्देशित किया जा सकता है। वहीं, बॉटनेट बॉट्स/कॉम्प्रोमाइज्ड मशीनों का एक नेटवर्क है, जो दुर्भावनापूर्ण गतिविधि करने के लिए सिंक में कार्य करता है।
हां! भारत सरकार ने नेटवर्क और सिस्टम को नुकसान पहुंचाने वाले मालवेयर और बॉटनेट की जांच के लिए साइबर स्वच्छता केंद्र की स्थापना की है
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) April 6, 2023
यह केंद्र @GoI_MeitY के @_DigitalIndia का हिस्सा है जिसका लक्ष्य सुरक्षित साइबर स्पेस बनाना और बॉटनेट संक्रमण की पहचान करना है #PIBFactCheck pic.twitter.com/LcPiSVomK5
बता दें कि, बॉटनेट आपके कंप्यूटर/डिवाइस को नुकसान पहुंचाने के लिए आपके कंप्यूटर / डिवाइस से जानकारी लेने में सक्षम है। इससे आपके कंप्यूटर/ सिस्टम/ डिवाइस की जानकारी चोरी हो सकती है। आपके कंप्यूटर/ सिस्टम/ डिवाइस का उपयोग स्पैम भेजने के लिए किया जा सकता है। आपके कंप्यूटर/सिस्टम/डिवाइस का उपयोग अन्य कंप्यूटर/सिस्टम/डिवाइस पर साइबर हमले शुरू करने के लिए किया जा सकता है। इसी के चलते केंद्र सरकार ने यह साइबर स्वच्छता केन्द्र स्थापित किया है। यह इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MEITY) के तहत भारत सरकार की डिजिटल इंडिया पहल का एक हिस्सा है, जिसका उद्देश्य भारत में बॉटनेट संक्रमणों का पता लगाकर एक सुरक्षित साइबर स्पेस बनाना और सूचित करना, सफाई को सक्षम करना है। अंतिम उपयोगकर्ताओं के सिस्टम को सुरक्षित करना ताकि आगे संक्रमण को रोका जा सके।'
इसकी आधिकारिक वेबसाइट https://https://www.csk.gov.in/ उपयोगकर्ताओं को उनके सिस्टम/डिवाइस को सुरक्षित करने के लिए जानकारी और उपकरण प्रदान करती है। यह केंद्र सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 की धारा 70 बी के प्रावधानों के तहत भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT-इन) द्वारा संचालित किया जा रहा है। यहाँ से आप अपने डिवाइस के लिए सुरक्षा टूल डाउनलोड कर सकते हैं और ये पूरी तरह सुरक्षित है।