भारत के प्राइवेट सेक्टर के सबसे बड़े बैंक एचडीएफसी बैंक ने भ्रामक दावों से संबंधित अमेरिका की एक विधिक कंपनी के दोषों को खारिज किया है। इसके साथ-साथ बैंक ने मुकदमे का खूब बचाव करने की बात कही है। बैंक ने कहा है कि इस मामले पर वह आगामी वर्ष के आरम्भ तक जवाब तैयार कर लेगी। Rosen Legal ने बीते हफ्ते बैंक के विरुद्ध मामला दायर कर इन्वेस्टर्स को हुई हानि की क्षतिपूर्ति की डिमांड की है।
वही विधिक कंपनी ने एचडीएफसी बैंक पर 'झूठी एवं भ्रामक' जानकारी देने का दोष लगाया है। Rosen Legal ने बैंक के सीइओ तथा प्रबंध निदेशक आदित्य पुरी, उनके घोषित उत्तराधिकारी शशिधर जगदीशन तथा कंपनी सचिव संतोष हलदनकर को बचावकर्ता बनाया है। आगे बताते हुए बैंक ने कहा है कि एक छोटे प्रतिभूतिधारक ने उसके तीन कर्मियों के विरुद्ध मुकदमा दायर किया है। एचडीएफसी बैंक ने एक्सचेंज को सुचना दी है, ''बैंक दोषों को खारिज करता है तथा मामलें का जमकर बचाव करेगा।''
वही कम्प्लेन में क्षतिपूर्ति रकम का साफ़ उल्लेख नही हैं परन्तु कहा गया है कि ऐसा हो सकता है कि हजारों इन्वेस्टर्स को हानि हुई हो।विधिक कंपनी द्वारा लगाए गए दोष कंपनी के वाहन फाइनेंस डिपार्टमेंट से संबंधित हैं। बैंक ने इस डिपार्टमेंट में कुछ अनियिमतिता सामने आने की बात कबूल की थी। साथ ही BSE पर एचडीएफसी बैंक के शेयर 0.82 फीसद की कमी के साथ 1,048.70 रुपये के लेवल पर बंद हुआ। उल्लेखनीय है कि सोमवार को Sensex में 2.09 फीसद की भारी कमी देखने को मिली। वही अब देखना ये है कि इस पर अंतिम निर्णय क्या लिया जाता है।
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