बरेली: उत्तर प्रदेश के बरेली से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है यहाँ दहेज की खातिर ससुराल वालों ने गर्भवती विवाहिता का जिंदा जलाकर क़त्ल कर दिया। मायके वालों का आरोप है कि उसके बाल पकड़कर भट्ठी से जलाया गया है, जिससे उसका चेहरा और सीना ही जला है। पुलिस ने व्यापार कर विभाग में कार्यरत पति सहित 3 के खिलाफ दहेज हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी पति को गिरफ्तार कर लिया है। मानसिक चिकित्सालय के परिचारक इज्जतनगर में रजत विहार निवासी दिनेश कुमार ने बताया उनकी बेटी आकांक्षा (28) की शादी नवंबर 2019 बारादरी के दुर्गा नगर निवासी अशोक कुमार से हुई थी। अशोक कुमार व्यापार कर विभाग में बाबू के पद पर तैनात है।
ससुराल वाले मायके से नकद रुपये लाने के लिए उसे परेशान करते थे। दिनेश ने बताया कि रविवार प्रातः अशोक ने उनके बेटे शांतनु को फोन करके बताया कि तुम्हारी बहन ने आग लगा ली है। जब तक वे लोग बेटी की ससुराल पहुंचे उसे विकास भवन के पास निजी चिकित्सालय में भर्ती कराया जा चुका था। वे लोग चिकित्सालय पहुंचे तो आकांक्षा का चेहरा, गर्दन और सीना गंभीर तौर पर झुलसा हुआ था। ससुराल वाले फरार मिले। जब बेटी से उन लोगों ने बात की उसने बताया कि पति अशोक, सास शांति और ननद गीता ने उसे जलाया है। उपचार के चलते रात लगभग सवा 3 बजे आकांक्षा की मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि आकांक्षा 8 महीने की गर्भवती थी तथा उसकी 3 वर्षीय बेटी वेदिका है। दिनेश का कहना है कि उनकी बेटी का चेहरा और सीना जला है। इससे लगता है कि उनकी बेटी के बाल और हाथ पकड़कर चेहरा व सीना भट्ठी या चूल्हे में जलाकर मारा गया है। सोमवार को दिनेश ने थाना बारादरी में शिकायत दी तो पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर पति अशोक को गिरफ्तार कर लिया है। शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजन को सौंप दिया है। दिनेश कुमार ने बताया कि आकांक्षा की शादी में उन्होंने लगभग 16 लाख रुपये खर्च किए थे। इसमें 10 लाख रुपये नकद दिए गए थे। मगर पति और ससुराल वाले मायके से और नकद रुपये लाने का बार-बार दबाव बनाते थे। इसके चलते एक बार उन्होंने 2 लाख रुपये फिर दिए लेकिन अपराधियों की मांग बढ़ती ही गई। इस कारण अशोक उन लोगों से नाराज रहता था तथा अक्सर आकांक्षा को मायके के दरवाजे पर छोड़ जाता था। बेटी का घर बना रहे इसलिए वे लोग उसे समझाकर वापस ससुराल भेज देते थे। मगर इस बार उन लोगों ने उनकी बेटी की जान ले ली।
आकांक्षा को जलाने के पश्चात् ससुराल वालों ने उसके सारे सबूत भी मिटा दिए। दिनेश का आरोप है कि ससुराल वालों ने आकांक्षा को पकड़कर उसे भट्ठी या उसी प्रकार की तेज आग में जलाया है। सोमवार को उसकी मौत की सूचना थाना बारादरी पहुंची तो सीओ अनीता चौहान, इंस्पेक्टर अमित पांडेय फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। फिर FSL टीम को बुलाकर पूरे घर की तहकीकात कराई गई। घर में केवल एक केमिकल की बोतल मिली है। सीओ तृतीय, अनीता चौहान ने कहा कि तहरीर के आधार पर पति सहित 3 के खिलाफ दहेज की खातिर हत्या करने के आरोप में थाना बारादरी में रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। पति को गिरफ्त में लेकर पूछताछ कर जा रही है।
दिनेश ने कहा कि आकांक्षा का देवर पुलिस में सिपाही है तथा लखनऊ में तैनात है। उसी देवर और सेना में कार्यरत ननदोई के उकसाने पर अशोक सहित अन्य ससुराल वाले उनकी बेटी को प्रताड़ित करते थे। देवर बोलता था कि वह पुलिस में है इसलिए उन लोगों का कोई कुछ नहीं कर पाएगा। उन्होंने पुलिस से इन दोनों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग की है।
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