नई दिल्ली: भारत और वेस्टइंडीज के बीच दो मैचों की टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत 12 जुलाई से होने जा रही है। इस टेस्ट सीरीज में भारत चेतेश्वर पुजारा के बिना खेलने उतरेगा। ICC वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) 2021-23 के फाइनल मुकाबले में खराब प्रदर्शन के बाद पुजारा को टेस्ट स्क्वॉड से बाहर का रास्ता दिखाया गया, जबकि यशस्वी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ जैसे युवा क्रिकेटरों को टेस्ट स्क्वॉड में शामिल किया गया है।
वहीं, अजिंक्य रहाणे को WTC फाइनल में शानदार प्रदर्शन करने का फायदा मिला। वह टेस्ट स्क्वॉड में शामिल तो हैं ही, साथ में उन्हें उप-कप्तानी भी दोबारा सौंपी गई है। हालाँकि, टीम इंडिया के पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह, पुजारा को इस तरह से टेस्ट स्क्वॉड से बाहर निकालने से नाराज़ दिख रहे हैं। उनका मानना है कि पुजारा ने भारतीय टीम के लिए जो कुछ भी किया है, उसके लिए उन्हें और सम्मान मिलना चाहिए था। पुजारा ने 2010 में टीम इंडिया के लिए टेस्ट पदार्पण किया था और तब से लेकर अभी तक वह 103 टेस्ट मैचों में 43.60 की औसत से 7195 रन स्कोर कर चुके हैं। पुजारा 19 टेस्ट शतक लगा चुके हैं और 35 साल के पुजारा के लिए अब टेस्ट स्क्वॉड में वापसी का रास्ता मुश्किल नज़र आ रहा है।
भज्जी ने कहा कि, 'चेतेश्वर पुजारा ने जो कुुछ भी हासिल किया है, उसके लिए मैं उसकी काफी इज्जत करता हूं। वह बहुत वर्षों से टीम इंडिया के अनसंग हीरो रहे हैं, वह टीम इंडिया के लिए ऐसे मजबूत स्तंभ रहे हैं, नाम ना बनाने वाले काम करके टीम को संकट से निकाला है। जिससे बाकी बल्लेबाजों को कंफर्ट मिले। मुझे ऐसा लगता है कि उसे इससे अधिक सम्मान मिलना चाहिए था, जो उसे अभी दी जा रही है। उसे जिस प्रकार से टीम से बाहर फेंका गया, वह देखकर मैं हैरान हूं, क्योंकि वह अकेला ऐसा बैट्समैन नहीं था, जो रन नहीं बना रहा था। टीम में और भी खिलाड़ी हैं, जो उसकी तरह की बैटिंग कर रहे थे, जिन्होंने उतने ही औसत से उतने ही रन बनाए हैं।'
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