दिन के अंत में आपकी आँखें थकान महसूस करती हैं, धुएं से जलती हैं तथा हवा के कारण आँखों में मवाद भी आता है. यदि आँखों की शुष्कता का इलाज नहीं किया गया तो आपकी आँखों में अल्सर हो सकता है, कॉर्निया में जख्म हो सकता है या आँखों में गंभीर संक्रमण हो सकता है. ड्राई आईज के अन्य कारणों में कॉन्टेक्ट लेंस पहनना, लासिक सर्जरी होना जिसमें नसों को काट दिया जाता है तथा इससे पलक झपकाने की दर भी कम हो जाती है तथा कुछ दवाईयों जैसे एलर्जी की दवाई का सेवन, गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन आदि शामिल है.
आँखों में होने वाले संक्रमण के कारण हल्की जलन होती है. इस जलन के कारण किसी भी प्रकार के लुब्रिकेंट्स आँखों द्वारा अवशोषित कर लिए जाते हैं जिसमें आँखों में पाया जाने वाला द्रव्य भी शामिल है. अत: आँखों में किसी भी प्रकार का संक्रमण न होने दें.यदि आप प्री मेनोपॉज के दौर से गुजर रही हैं तो भी ड्राई आईज की समस्या हो सकती है क्योंकि यह वह समय होता है जब शरीर के हार्मोन्स में परिवर्तन होता है. शोध से पता चला है कि ड्राई आईज और हार्मोंस के असंतुलन के बीच एक विशेष संबंध है. यदि आप आँखों की शुष्कता की समस्या से परेशान हैं तो आपको विशेष उपचार करने चाहिए. प्री मेनोपॉज के कारण होने वाली आँखों की शुष्कता के लिए कृत्रिम आंसू भी एक उपचार है. आपको ऐसी डाइट खानी चाहिये जिसमें ओमेगा 3 फैटी एसिड पाए जाते हैं.
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