माइग्रेन आज एक आम समस्या बन गई है। हमारे देश में इसकी तादाद बढ़ती जा रही है और इसका सबसे बड़ा कारण भागदौड़ भरी जिंदगी है। लेकिन हाल ही में एक शोध में पाया गया है कि कान की खराबी के कारण भी माइग्रेन की समस्या हो सकती है। माइग्रेन से पीड़ित लोगों को कान बजने की शिकायत के साथ-साथ कान के भीतरी हिस्से में कोई विकार भी हो सकता है। यह बात एक नए शोध से समाने आई है। माइग्रेन में आधे सिर में दर्द की शिकायत होती है। शोधकर्ताओं ने पाया कि कान की नर्वस में खराबी के कारण माइग्रेन की शिकायत हो सकती है। खासतौर से माइग्रेन के मरीजों में कान बजने की शिकायत ज्यादा होती है।
शोध से कान के नर्वस यानि कॉक्लीयर माइग्रेन के बारे में पता लगाने में मदद मिल सकती है।' कान के नर्वस संबंधी विकृति से कान का भीतरी हिस्सा प्रभावित होता है। इसी हिस्से में झनझनाहट या कान बजने की शिकायत होती है जिसे सेंसोरीन्यूरल हियरिंग इंपेयरमेंट कहते हैं। इससे अचानक बहरापन भी पैदा हो सकता है।
माइग्रेन के लक्षण:
माइग्रेन के दौरान आंखों में भी भयानक दर्द होता है। पलकें झपकाने में भी बहुत जलन होती है।
-सिरदर्द के साथ मतली, उल्टी आना भी माइग्रेन के लक्षण होते हैं।
-किसी भी तरह की रोशनी, आवाज या स्मैल के प्रति संवेदनशील हो जाती हैं।
-दिन भर बेवजह उबासी आना भी माइग्रेन का लक्षण है।
-माइग्रेन का दर्द होने पर नींद अच्छे से नहीं आती है। थकान महसूस होती है।
-आमतौर पर रेगुलर एक्टिविटी करने में असमर्थता, आंखों में दर्द, मतली और उल्टी भी अनुभव करते हैं।
-माइग्रेन की प्रॉब्लम को ज्यादातर महिलाएं नॉर्मल मानकर नजरअंदाज कर देती है।
-सिर में फड़कता हुआ माइग्रेन दर्द ज्यादातर सिर के एक हिस्से से शुरू होता है।
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