आजकल थाइरोइड एक आम समस्या बन गयी है जो बच्चो से लेकर बड़ो तक हर किसी को अपने चपेट में ले रही है। थाइरोइड की समस्या में दो प्रकार के रोग होते है हायपोथयरॉइड या हायपरथॉयइड। इन दोनो ही में अलग अलग प्रकार के लक्षण देखने को मिलते है अगर वजन के बारे में बात करे तो हायपोथयरॉइड से ग्रसित व्यक्ति का वजन बढ़ने लगता है वही हायपरथीरोइड से ग्रसित व्यक्ति का वजन घटने लगता है लेकिन आज हम यहाँ पर हायपोथयरॉइड के बारे में बताने जा रहे है की इससे ग्रसित व्यक्ति को अपने वजन पर कैसे कण्ट्रोल कर सकता है तो आइये जानते है। ..
सुबह की सैर : हायपोथयरॉइड से ग्रसित व्यक्ति के लिए सुबह की सैर एक वरदान की तरह माना जाता है अगर एक्सपर्ट की सलाह माने तो काम से काम ४५ मिनट्स की सैर करना जरुरी है इससे वजन बढ़ने के साथ ही पाचन से जुडी समस्याए को समाधान किया जा सकता है। हायपोथयरॉइड में पाछाँ धीरे धीरे कमजोर पढ़ने लगता है इसलिए इस और भी ध्यान देना जरुरी है। हायपोथयरॉइड से ग्रसित व्यक्ति को हर मौसम में सुबह की सैर जरूर कारना चाहिए।
एक्सरसाइज : इस बीमारी में बढ़ते वजन को कम करने के लिए हलकी एक्सरसाइज भी करना जरुरी है कौन सी एक्सरसाइज करना चाहिए ये आपके उम्र और स्वस्थ कंडीशन पर आधारित होती है इसके लिए आपको अपने डॉ. से सलाह लेना जरुरी हो जाता है।
हार्मोन संतुलन : हायपोथयरॉइड एक हार्मोन से जुडी समस्या है जो हार्मोन के असंतुलन के कारन शुरू होती है इसलिए हार्मोन के संतुलन के लिए आवश्यक सेवन दवा द्वारा या फिर किसी अन्य पद्धति द्वारा जरुरी होता है
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