इंदौर: मध्य प्रदेश में दिन पर दिन कोरोना संक्रमण बढ़ता चला जा रहा है। ऐसे में बीते शनिवार को सीएम शिवराज सिंह ने क्राइसेस मैनेजमेंट कमेटी की बैठक ली। इस बैठक में कहा गया कि सरकार पूरी कटिबद्धता के साथ हर चुनौती का सामना करने को तैयार है। इसके अलावा इस बैठक में यह भी कहा गया कि जिन जिलों में पॉजिटिव केस की संख्या ज्यादा है वहां का आंकलन कर क्राइसिस मैनजमेंट कमेटी समस्या के हल पर विचार करेगी। इस दौरान ही चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने बताया कि 'सीएम ने जो मंत्री भोपाल में थे उनकी आपात बैठक बुलाई थी। इस भीषण संकट से निपटने के लिए अभी मंत्रियों को कुछ जिले बांटे गए है, जो केवल कोरोना संकट के लिए है।'
इसके अलावा मंत्री ने यह भी कहा कि, 'राज्य में बेड की कमी नहीं हैं। सामान्य बेड, ऑक्सीजन सप्लाई वाले बेड सभी कुछ समुचित हैं।' वहीँ सीएम ने कहा है कि हर जिले में कोविड केयर सेंटर (CCC) की स्थापना की जाए। वहीँ उसके लिए अलग से बजट भी दिया है और जिला कलेक्टरों को कोरोना संकट से निपटने के लिए बजट की जरूरत हो, तो उसके लिए कुल 104 करोड़ रुपए आवंटित किए गए है। इस दौरान प्रमुख सचिव मो। सुलेमान ने कहा कि ''राज्य में 32707 एक्टिव केस हैं। वहीं पॉजिटिविटी रेट 12।1 फीसदी हो गई है जो कि देश के औसत से भी ज्यादा है।''
इस दौरान प्रमुख सचिव ने कहा कि एक हफ्ते में 12 से 13 गुना केस बढ़ रहे है। इंदौर, भोपाल में हालात सबसे ज्यादा खराब है। वहीं कटनी में हर तीसरा व्यक्ति पॉजिटिव निकल रहा है। आगे मो। सुलेमान ने यह भी कहा कि भोपाल इंदौर में 70 फीसदी ICU बेड इस्तेमाल हो रहे हैं।यहाँ प्राइवेट संस्थानों का सपोर्ट भी मिल रहा है और उन्होंने 13,885 बेड कोविड के इलाज के लिए उपलब्ध कराए हैं।
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