लंदन: भारत की बैंकों को करोड़ों की चपत लगाकर विदेश भागे हीरा कारोबारी नीरव मोदी को ब्रिटेन की वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की कोर्ट में नियमित सुनवाई के लिए पेश किया जाएगा. नीरव मोदी पंजाब नेशनल बैंक के साथ लगभग दो अरब डॉलर की कर्ज धोखाधड़ी और धन शोधन मामलों में भारत में वांछित है. ब्रिटेन में नीरव मोदी के प्रत्यर्पण को लेकर सुनवाई चल रही है.
वैंड्सवर्थ कारागार में कैद नीरव मोदी जेल से वीडियो लिंक के जरिये अदालत के सामने हाजिर होगा. उसके प्रत्यर्पण पर सुनवाई 11 मई से शुरू होनी है और इसके लगभग पांच दिन चलने का अनुमान है. नीरव मोदी ने गत वर्ष नवंबर में घर में नजरबंदी की गारंटी की पेशकश करते हुए जमानत के लिए आवेदन दिया था. यह एक अभूतपूर्व पेशकश थी क्योंकि आतंकवाद के मामलों में संदिग्ध व्यक्तियों को इस तरह निरुद्ध किया जाता है. नीरव मोदी ने साथ ही यह भी दुहाई दी थी कि मार्च में अरेस्ट किए जाने के बाद वैंड्सवर्थ जेल में सलाखों के पीछे रहते हुए उसका मानसिक स्वास्थ्य बिगड़ गया है.
हालांकि चीफ मजिस्ट्रेट एम्मा अर्बथनॉट ने गवाहों को प्रभावित करने और मई में प्रस्तावित सुनवाई में पेशी से भागने की आशंका को देखते हुए उसकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी. ब्रिटेन की क्राउन प्रॉसिक्यूशन सर्विस (CPS) ने कहा था कि इस वर्ष की शुरुआत में ब्रिटेन का हाई कोर्ट नीरव मोदी की याचिका ठुकरा चुका है इसलिए हाई कोर्ट में जमानत के लिए अपील की कोई और संभावना नहीं है.
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