लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात जिले में एक रूह कंपा देने वाली घटना घटी है. आरोप है कि रूरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले मड़ौली गांव में अतिक्रमण हटाने पहुंची प्रशासन की टीम ने एक परिवार की झोपड़ी पर बुलडोजर चलवा दिया. इसी दौरान उसमें आग भड़क उठी और मां-बेटी की जिन्दा जलकर मौत हो गई. साथ ही बाप-बेटे गंभीर रूप से झुलस गए. घटना के बाद ग्रामीणों के आक्रोश को देखते हुए इस मालमे में SDM, लेखपाल, SO समेत लगभग 24 लोगों पर FIR दर्ज कर ली गई है.
कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक (SP) ने जानकारी दी है कि परिजनों की शिकायत पर कई अधिकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. जिन अधिकारियों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, उनमें SDM मैथा ज्ञानेश्वर प्रसाद, रूरा SO दिनेश कुमार गौतम, लेखपाल अशोक सिंह, जेसीबी ड्राइवर दीपक, मड़ौली गांव के निवासी अशोक, अनिल, निर्मल और विशाल का नाम दर्ज हैं. इतना ही नहीं 10 से 12 अज्ञात लोगों, तीन लेखपाल और 12 से 15 महिला और पुरुष पुलिसकर्मियों पर भी मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि, घटना की सूचना मिलने के बाद कानपुर कमिश्नर, ADG और IG भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे. अधिकारियों ने पीड़ित परिजनों को कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया. वहीं घटना की सूचना मिलने के बाद योगी सरकार में राज्यमंत्री भी मौके पर पहुंच गईं. इस कार्रवाई को लेकर उन्होंने डीएम पर संगीन इल्जाम लगाए.
पीड़ित परिवार का आरोप:-
पीड़ित परिवार का आरोप है कि जिस वक़्त प्रशासन ने झोपड़ी पर बुलडोजर चलाया, उस वक़्त झोपड़ी के अंदर कृष्ण गोपाल की पत्नी और बेटी मौजूद थीं. जैसे ही बुलडोजर झोपड़ी पर चला, उसमें आग भड़क उठी और दोनों महिलाएं जिंदा जल गईं.
क्या है पुलिस का पक्ष: -
घटना के संबंध में कानपुर देहात के पुलिस अधीक्षक का कहना है कि एक टीम अतिक्रमण हटाने के लिए पहुंची थी. टीम की कार्रवाई शुरू होने के बाद महिला और उसकी बेटी ने अपने आप को झोपड़ी में बंद कर लिया और आग लगा ली. जिसमे दोनों की झुलसकर मौत हो गई. मामले की छानबीन की जा रही है. पूछताछ भी जारी है. जो भी आरोपी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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