मुंबई : पिछले तीन दिनों से शेयर बाजार में चल रहे गिरावट के कारण निवेशकों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। कमजोर वैश्विक रुख के कारण आ रही गिरावटों से निवेशेकों को अब तक 4 लाख करोड़ की चपत लग चुकी है। बीएसई सेंसेक्स में कुल मिलाकर 18 जुलाई से 3.05 प्रतिशत यानी 1,184.15 अंक की गिरावट आ चुकी है। पिछले तीन दिनों में बीएसई सूचीबद्ध कंपनियों का बाजार पूंजीकरण 4,37,602.4 करोड़ रुपये घटकर 1,44,76,204.02 करोड़ रुपये पर पहुंच गया। शेयर बाजारों में सोमवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट आयी और बीएसई सेंसेक्स 306 अंक लुढ़ककर बंद हुआ।
कमजोर वैश्विक संकेतों के बीच दो प्रमुख घरेलू वित्तीय कंपनियों एचडीएफसी बैंक और एचडीएफसी के शेयरों में भारी बिकवाली से साथ प्रमुख सूचकांक नीचे आ गए। कारोबारियों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की ओर से पूंजी निकासी तथा रुपये की विनिमय दर में गिरावट से भी बाजार के प्रति धारणा प्रभावित हुई। बंबई शेयर बाजार में तीस नामी शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 305.88 अंक यानी 0.80 प्रतिशत की गिरावट के साथ 38,031.13 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 37,890.32-38,333.52 अंक के दायरे में रहा।
नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 82.10 अंक यानी 0.72 प्रतिशत टूट कर 11,337.15 पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 11,301.25-11,398.15 अंक के दायरे में रहा। सेंसेक्स के शेयरों में एचडीएफसी और एचडीएफसी बैंक को सर्वाधिक नुकसान हुआ तथा दोनों के शेयर क्रमश: 5.09 प्रतिशत और 3.32 प्रतिशत नीचे आये। निजी क्षेत्र के एचडीएफसी बैंक की गैर-निष्पादित परिसंपत्ति (एनपीए) बढ़ने की रपट से शेयरों को नुकसान हुआ। एचडीएफसी बैंक का सकल एनपीए बढ़कर 11,768.95 करोड़ रुपये पर पहुंच गया यह उसके कुल बकाया कर्जों के 1.50 प्रतिशत के बराबर है।
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