पटना : नेपाल और भारतीय क्षेत्र में बीते एक सप्ताह से जोरदार बारिश हो रही थी। जोरदार बारिश के चलते कई जिले बाढ़ की चपेट में आ गए। अररिया जिले की परमान, बकरा, रतवा, नूना, फरियानी, कारी, कोसी, सुरसर नदियों का जलस्तर बढ़ गया। इतना ही नहीं सिकटी, पलासी, जोकीहाट, रानीगंज व नरपतगंज प्रखंड के करीब 40 गांव डूब की जद में आ गए। सुपौल में कोसी का जलस्तर बढ़ने से लोगो को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
हालात ये रहे कि इस क्षेत्र में आवागमन प्रभावित हुआ। शाम करीब 4 बजे 1 लाख 93 हजार 955 घनमीटर प्रति सेकंड पर जलस्तर पहुंच गया था। मिली जानकारी के अनुसार वीरपुर बराज की सुरक्षा को लेकर 26 गेट खोले गए। किशनगंज के दिघलबैंक की करूवामनी पंचायत का महादलित टोला बाढ़ग्रस्त है।
लोगों द्वारा टोला छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर पलायन किया जा रहा है। दरअसल बिहार में मौसम में बदलाव आ जाने से जनजीवन अस्त - व्यस्त हो गया। इतना ही नहीं किशनगंज के दिघलबैंक की करूवामनी पंचायत का महादलित टोला बाढ़ग्रस्त हो गया। इस क्षेत्र में राष्ट्रीय उच्च पथ 327 के अतिरिक्त विभिन्न पथों में कटाव होने के कारण लोगों की आवाजाही प्रभावित रही।