मसौढ़ी। देश के कई भागों में जोरदार बारिश और अतिवृष्टि से हालात खराब हैं। स्थिति यह है कि बिहार के धनरूआ प्रखंड में रविवार की रात्रि में दरधा नदी में उफान आ गया। दरधा नदी के उफान से बड़े पैमाने पर तटबंध टूट गए हैं। हालात ये रहे कि दर्जनों गांव में जलप्लावन के हालात हो गए। सांडा पंचायत के चनाकी टोला गढ़ के समीप स्थित नगिनिया पइन के समीप तटबंध टूट जाने से चनाकी टोला गढ़पर क्षेत्र में घरों में ही पानी जमा हो गया। यहाॅं पर लोग बाढ़ के पानी से घिर गए हैं।
यहाॅं पर फंसे लोगों को निकालने के लिए एनडीआरएफ का राहत दल अपने कार्य में जुट गया है। मिली जानकारी के अनुसार रामजी पासवान और सीईओ कुमारी अनुकंपा ने प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। क्षेत्र में जेसीबी और अन्य संसाधनों के माध्यम से बाढ़ का पानी गांव से निकालने के प्रयास किए जा रहे हैं। जेसीबी इन पर चलाई गई। जिससे इनमें जमा पानी निकाला जा सके। गौरतलब है कि मसौढ़ी में करीब 30 करोड़ रूपए की लागत से बराज का निर्माण किया गया था।
इसका शुभारंभ इस वर्ष 5 फरवरी को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा करवाया गया था। बराज के करीब 5 गेट और 4 अंडर स्लुइस गेट तो शुभारंभ के कुछ समय बाद हुई पहली बारिश में ही खराब हो गए। बराज के गेट उठाने हेतु रविवार की शाम से प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को भी तकनीकी अधिकारी इस कार्य में लगे रहे मगर उन्हें सफलता नहीं मिली। बाढ़ के हालात के कारण रेल सेवा का संचालन बाधित हुआ। रेलवे रूट पर भी पानी जमा हो गया है।
हालात ये हैं कि सोमवार की दोपहर तारेगना दक्षिणी रेलवे गुमटी, बीद्ध से दर्जनों मोटरसाइकिल सवार और अन्य राहगीर निकल रहे थे। रेलवे रूट के समीप कुछ लोग अपनी मोटरसाइकिल छोड़कर सुरक्षित क्षेत्रों की ओर चले गए। हालात ये थे कि गुमटी क्षेत्र में 40 मिनट तक जाम रहा। यहाॅं से गुज रही हटिया पटना डाउन रेल को डाउन होम सिग्नल के पास ही खड़ा कर दिया गया।
बड़ी देर तक 53213 अप सवारी गाड़ी को तारेगना स्टेशन पर रोककर रखा गया। मिली जानकारी के अनुसार महत्तमाइन नदी और भुतही नदी के उफान से दनियावां,फतुहा एनएच 30,पर ब्रहमस्थान के पास पानी चढ़ गया।
वहीं दनियावां फतुहा एनएच से महद्दीपुर और सैदनपुर मसाढ़ी जाने वाली नयका रोड सड़क पर जलस्तर करीब तीन से 4 फुट हो गया, जिससे दर्जनों गांवों के आवागमन ठप हो गये वहीं सिंगरियावां पंचायत और खरभैया,पंचायत के दनियावां से खरभैया जाने वाले सड़क पर भी पानी का भारी दबाव चल रहा है। हालात ये हैं कि बिहार की राजधानी पटना के कई क्षेत्र और राज्य के कई स्थानों में बाढ़ के हालात हैं। यहाॅं गंगा, कोसी, सोन, पुनपुन, घाघरा, बूढ़ी गंडक व बागमती नदी के जलस्तर में वृद्धि हो रही है।