भोपाल: मध्य प्रदेश में मौसम में बदलाव के साथ ही पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव देखने को मिल रहा है. अरब सागर से गुजर रही टर्फ लाइन की वजह से स्ट्रांग सिस्टम बनने से गुजरात, महाराष्ट्र एवं मध्य प्रदेश में इसका प्रभाव नजर आ रहा है. रविवार को मध्य प्रदेश के कई जिलों में बारिश का दौर नजर आया, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई. वहीं बारिश के पश्चात् अब अगले कुछ दिनों में सर्दी बढ़ने का अनुमान लगाया जा रहा है. उज्जैन, इंदौर, धार, खंडवा, बुरहानपुर, रतलाम, झाबुआ और मंदसौर सहित कई जिलों में बारिश दर्ज की गई. कई जिलों में प्रातः से घने बादल छाए रहने के साथ ही देर शाम मौसम में करवट बदलने से बारिश का दौर आरम्भ हो गया.
उज्जैन में प्रातः से ही घने बादल छाए हुए थे, लेकिन देर शाम होते ही मौसम ने ली करवट एवं बारिश का दौर शुरू हो गया. वहीं खंडवा में रात के वक़्त तेज बारिश के कारण सड़कों से पानी बह निकला. वेस्टर्न डिस्टरबेंस और चक्रवात के कारण रबी सीजन का पहला मावठा गिरा है. बुरहानपुर में बेमौसम बारिश से सड़के तरबतर हो गई. मौसम में अधिक मात्रा में ठंडक घुल गई, तत्पश्चात, सर्द हवाएं चलने लगी तथा ठिठुरन भी आरम्भ हुई. रविवार को राज्य के कई शहरों में बारिश दर्ज की गई. खरगोन में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई, जहां करीब 24 मिमी तक वर्षा हो गई. इसके अतिरिक्त रतलाम में 18 मिमी, इंदौर एवं धार में 7 मिमी और उज्जैन में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई. राज्य में रविवार प्रातः से बादल छाए रहने के बाद शाम तक बरसते दिखाई दिए. इस के चलते उज्जैन जिले में करीब 25 मिनट हल्की से तेज बारिश हुई, जिससे शहर की सड़कें गीली हो गई.
बता दें, मौसम विभाग ने इससे पहले राज्य के अलग-अलग जिलों में वर्षा की चेतावनी जारी की थी. उत्तर भारत से एक्टिव होने वाले पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव राज्य में नजर आया. मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि मौसम का यह परिवर्तन पश्चिमी विक्षोभ एवं अरब सागर से एक ट्रफ लाईन गुजरने की वजह से है. सिस्टम स्ट्रांग होने से गुजरात, महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश में इसका प्रभाव नजर आ रहा है. कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि अगर खरीफ की फसल कटाई के बाद खुले में है तो बचाव की व्यवस्था करें.
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