नई दिल्ली : उत्तर भारत में तेज बारिश से कई राज्यों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। मानसून सत्रा के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में बाढ़ के हालात पर चर्चा हुई। उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में फिर से भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। अगले चार दिनों तक बिहार. सिक्किम समेत कई पूर्वोतर राज्यों में बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
भारी बारिश से कई नदियां खतरे के निशान से उपर बह रही है, जिनमें सरयू, शारदा, गोरी, भगीरथी, अलकनंदा व मंदाकिनी शामिल है। उतराखंड में भारी बारिश के कारण अब तक 7 लोगों की मौत हो चुकी है। रविवार को हरिद्वार में भी तेज धार की चपेट में आने से तीन लोग बह गए। इस तबाही वाली बारिश के कारण चार धाम की यात्रा वाले मार्ग पर 900 से अधिक तीर्थयात्री फंसे हुए है।
कई स्थानों पर रास्तों के टूट जाने से गाड़ियों का परिचालन भी लगभग बंद है। हरिद्वार-देहरादून रोड पर मलबे के कारण रेलवे प्रभावित हो रहा है। दिल्ली में भी यमुना नदी खतरे के निशान से उपर है। ऐहतियात के तौर पर सरकार ने आस-पास के इलाकों को खाली करा दिया। मंगलवार को दिल्ली सरकार के कुछ मंत्री स्थिति का जायजा लेने पहुंचे है।
बारिश के कारण दिल्ली के कई इलाकों में जलजमाव हो गया है। जलभराव से मोतीबाग, चिराग दिल्ली, धौला कुआं, लोधी रोड से लेकर डिफेंस कॉलोनी फ्लाईओवर, मायापुरी, मायापुरी से नारायणा, राजा गार्डन चौक, मोती नगर-कर्मपुरा क्रॉसिंग और बहादुरगढ़ में यातायात बाधित हुआ। राजस्थान में भी बीते तीन दिनों से भारी बारिश हो रही है, जिससे बाढ़ जैसे हालात बन गए है।
बिहार में कोसी अपने उफान पर है। सुपौल जिले के करीब 50 गांवों में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे लोग अपना घर छोड़कर पलायन करने पर मजबुर है। बिहार के जल संसाधन मंत्री ललन सिंह ने कहा कि सभी बांध सुरक्षित हैं और घबराने की कोई जरूरत नहीं है। उन्होंने कहा कि कोसी का पूर्वी बांध बिल्कुल सुरक्षित है।
उन्होने बताया कि बांधो की फिर से मरम्मत की गई है। मौसम विभाग ने राज्य के अधिकतर जिलों में 24 घंटे में भारी बारिश की संभावना व्यक्ति की है। मध्य प्रदेश में भी 6 जिले बाढ़ की चपेट में है। बीते 24 घंटों के दौरान सागर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल संभाग के अलावा भोपाल, इंदौर आदि जिलों में बारिश हुई है।
वहीं, कुछ स्थानों पर सामान्य तो भिंड, मुरैना, छतरपुर, श्योपुरकलां, सतना और पन्ना जिलों में भारी बारिश का अनुमान जताया है। उतर प्रदेश में भी इस प्रलयकारी बाढ़ से 15 लोगों के मारे जाने की खबर है।