चित्रकूट : जो खबर हम आपको बता रहे हैं यदि इसका सब अनुकरण कर ले तो अपराधियों के हौंसले पस्त हो जाएं . दरअसल हुआ यूँ कि इलाहाबाद के जसरा कस्बे से अपहृत पांच साल के मासूम बच्चे को मुक्त कराने में स्थानीय ग्रामीणों की प्रमुख भूमिका रही. यदि इनकी तरह सब सहयोग करने लगे तो पुलिस का काम भी आसान हो जाए .
इस घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक प्रताप गोपेन्द्र सिंह ने बताया, कि बाइक सवार दो बदमाशों ने जसरा के चन्द्रकुमार कुशवाहा के पांच साल के बेटे नैतिक का अपहरण कर उसे छोड़ने के बदले में गुरुवार को बीस लाख रुपये की फिरौती मांगी थी. अपहृत मासूम को सेमरा गांव की सिगटी पहाड़ी के जंगल में बांध कर रखा गया था.लेकिन इसकी जानकारी जब गांव वालों को लगी तो उन्होंने घेराबंदी कर बदमाशों को पकड़ लिया और बच्चे को आज़ाद कराकर पुलिस को सूचित किया.
बता दें कि पकड़े गए बदमाशों की पहचान पुष्पराज कुशवाहा और पंचमराम उर्फ पंचू कोल के रूप में हुई है. जिन्होंने रुपयों की लालच में मासूम का अपहरण किया था.एसपी ने बताया कि बच्चे को इलाहाबाद पुलिस की मौजूदगी में उसके परिजनों को सौंप दिया गया है. ग्रामीणों के इस कार्य की सब तारीफ कर रहे हैं.
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