जनसंख्या को नियंत्रित करने के लिए चीन दशकों से वन चाइल्ड पॉलिसी का पूरी तरह से पालन करता हुआ दिखाई दे रहा है. यानी एक परिवार में एक से ज्यादा बच्चे नहीं हो सकते. नतीजन आबादी सिकुड़ती चली जा रही है. जनवरी में सरकार ने इस बारें में बोला है कि छह दशक में पहली बार जन्मदर में इतनी गिरावट देखने के लिए मिली है. इससे चिंतित चीन जनसंख्या बढ़ाने के प्रयासों में लगा हुआ है. यहां स्पर्म डोनेशन कैंप का भी आयोजन किया जा रहा है. यहां तक कि हजारों रुपये के लुभावने ऑफर प्रदान किए जा रहे है. इसी दौरान ट्विटर पर एक वीडियो वायरल होने लगा है, जिसे चीन की स्पर्म फैक्ट्री का कहना है कि. यहां दूध की तरह मशीन से स्पर्म निकाला जा रहा है. वीडियो वायरल होने के उपरांत हंगामा मच चुका है. हालांकि, हकीकत और भी अजीबोगरीब है.
सोशल मीडिया पर वायरल इस क्लिप में 3 चीनी लोगों को अस्पताल के बिस्तर पर लेटे हुए दिखाया गया है. उनके शरीर के ऊपर का भाग कपड़े से ढक रहा है, पर कमर से नीचे के भाग पर एक भी कपड़ा नहीं है. इसमें एक स्वचालित पंप के माध्यम से उनका स्पर्म लिया जा रहा है. वीडियो में दावा किया जा रहा कि यह एक चीनी स्पर्म फैक्ट्री का बताया जा रहा है. जिसके उपरांत लोग चीन पर उंगुलियां उठाने लगे है. एक शख्स ने लिखा, चीन में क्या चल रहा है? क्या उन्होंने 3 बच्चों की पॉलिसी वापस ले ली? दार्शनिक और लेखक जॉर्डन पीटरसन ने कहा, चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लोगों को नरक में धकलने में लगे हुए है.
कहानी कुछ और ही निकली- हालांकि, बाद में जब वीडियो की पड़ताल की गई तो कहानी कुछ और ही सामने आई, जिससे भ्रम पैदा हो गया. एक ट्विटर यूजर ने दावा किया कि यह वीडियो चीन का तो बिल्कुल नहीं है. उन्होंने लिखा, मुझे यह वीडियो वीचैट पर दिखाई दिया था. इसमें चीनी स्पर्म बैंक के स्पर्म कलेक्शन रूम को दिखाने का दावा हुआ था, लेकिन बाद में मैंने देखा कि यह वीडियो ब्रिटेन का था. खबरों का कहना है कि क्लिप असल में ब्रिटेन की एक एडल्ट वेबसाइट से ली गई थी. रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वेबसाइट पर इस तरह के पंप से स्खलन के कई वीडियो मौजूद हैं.
यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट को ऑफर- यह वीडियो चीन का भले न हो, लेकिन बीजिंग, शंघाई समेत चीन के कई स्पर्म डोनेशन क्लीनिक्स ने हाल ही में यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को स्पर्म डोनेट करने के लिए इनवाइट किया गया था. कई स्पर्म बैंकों ने स्पर्म डोनेशन को प्रोत्साहित करने के लिए अतिरिक्त भुगतान का एलान भी हो गया है. हर शख्स को 56 हजार रुपये तक प्रदान किए जा रहे है. इसलिए यह बात हैरान करने वाली बिल्कुल नहीं कि निकट भविष्य में चीन स्पर्म फैक्ट्री तक बन सकता है.
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