यरूशलम: इजरायल-लेबनान संघर्ष और तेज हो गया है, क्योंकि इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हिजबुल्लाह के खिलाफ सैन्य हमले जारी रखने की प्रतिबद्धता दोहराई है। उन्होंने कहा कि इजरायल तब तक अपनी "पूरी ताकत" से हमले करता रहेगा, जब तक हिजबुल्लाह अपने रॉकेट हमले बंद नहीं कर देता। इस कड़े रुख के चलते अमेरिका और यूरोपीय देशों द्वारा प्रस्तावित युद्धविराम की संभावनाएं कमजोर हो गई हैं। इन देशों के अधिकारी संघर्ष को अस्थायी रूप से रोकने और पूर्ण युद्ध को टालने की कोशिश कर रहे हैं।
गुरुवार को इजरायल ने बेरूत में हिजबुल्लाह के वरिष्ठ कमांडर मोहम्मद हुसैन सुरूर को मार गिराया। न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान नेतन्याहू ने कहा कि इजरायल हिजबुल्लाह पर अपने हमले जारी रखेगा और वह तब तक नहीं रुकेगा जब तक उसके सभी उद्देश्य पूरे नहीं हो जाते, जिसमें उत्तर के निवासियों की सुरक्षित वापसी प्रमुख है। अमेरिका और फ्रांस ने हालांकि युद्धविराम की दिशा में अपने प्रयास जारी रखे हैं। अमेरिकी मध्यपूर्व दूत ब्रेट मैकगर्क और विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने इजरायली अधिकारियों से लगातार चर्चा की है। व्हाइट हाउस के प्रवक्ता जॉन किर्बी ने पुष्टि की कि इजरायल को युद्धविराम के प्रस्ताव के बारे में पूरी जानकारी है। वहीं, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने उम्मीद जताई कि इजरायल का इनकार अंतिम नहीं होगा और चेतावनी दी कि ऐसा करने पर क्षेत्रीय संघर्ष की जिम्मेदारी इजरायल पर आ जाएगी।
लेबनान के विदेश मंत्री अब्दुल्ला बौ हबीब ने संयुक्त राष्ट्र से तत्काल युद्धविराम की अपील की और चेताया कि यह संघर्ष लेबनान के अस्तित्व के लिए खतरा बन रहा है। इजरायल ने अपने हमलों में हिजबुल्लाह के ड्रोन कमांडर सुरूर को मार गिराया, जिसकी पुष्टि बाद में हिजबुल्लाह ने भी की। इन हमलों में कम से कम दो लोगों की मौत हुई और 15 घायल हुए। इसके जवाब में, हिजबुल्लाह ने उत्तरी इजरायल पर कई रॉकेट दागे, जिनमें से गुरुवार को 45 से अधिक मिसाइलें छोड़ी गईं। अधिकांश मिसाइलें या तो रोकी गईं या निर्जन क्षेत्रों में गिरीं। इस बीच, अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन ने क्षेत्र में पूर्ण युद्ध के खतरे पर चिंता जताई, लेकिन कूटनीतिक समाधान के प्रति आशावान बने रहे।
इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच जारी संघर्ष के मानवीय परिणाम विनाशकारी रहे हैं। इस सप्ताह लेबनान में इजरायली हमलों में लगभग 700 लोग मारे गए, और हजारों लोग अपने घर छोड़ने पर मजबूर हुए। लेबनान में अब तक 90,000 से ज्यादा लोग विस्थापित हो चुके हैं, जबकि कुल मिलाकर 200,000 से अधिक लोग संघर्ष की शुरुआत से ही विस्थापित हो चुके हैं। इजरायल ने हिजबुल्लाह के सैन्य ढांचे, गोला-बारूद भंडार और मिसाइल प्रक्षेपण स्थलों को निशाना बनाते हुए हवाई हमले किए हैं। हिजबुल्लाह ने भी इजरायली कार्रवाइयों का जवाब देते हुए अपनी "सीमाहीन लड़ाई" जारी रखने की कसम खाई है।
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