हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) एक ऐसी स्थिति है जहां रक्त आपकी धमनियों में सामान्य से अधिक दबाव के साथ बहता है। यह आमतौर पर लक्षणहीन होता है, लेकिन अगर इसे नियंत्रण में नहीं रखा जाए, तो यह गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं, जैसे स्ट्रोक, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है। इस लेख में, हम यह समझने की कोशिश करेंगे कि कैसे हाई ब्लड प्रेशर हार्ट फेलियर की वजह बन सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर क्या है?
हाई ब्लड प्रेशर तब होता है जब दिल को शरीर के अंगों तक रक्त पंप करने के लिए अधिक दबाव डालना पड़ता है। यह दबाव आपकी धमनियों की दीवारों पर पड़ता है, जिससे वे सख्त और संकीर्ण हो सकती हैं। इसके परिणामस्वरूप, रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और दिल को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। सामान्यत: हाई ब्लड प्रेशर की स्थिति तब होती है जब आपका रक्तचाप 140/90 mmHg या उससे अधिक हो जाता है।
हाई ब्लड प्रेशर के रिस्क फैक्टर्स
उम्र
अधिक वजन
धूम्रपान
उच्च कोलेस्ट्रॉल
पारिवारिक इतिहास
तनाव
अस्वस्थ आहार
कम शारीरिक सक्रियता
हार्ट फेलियर क्या है?
हार्ट फेलियर एक ऐसी स्थिति है जिसमें दिल शरीर की जरूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त रक्त पंप नहीं कर पाता। यह तब होता है जब दिल कमजोर हो जाता है या उसे किसी प्रकार का नुकसान हो जाता है। हार्ट फेलियर के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन हाई ब्लड प्रेशर इनमें से एक प्रमुख कारण है।
हाई ब्लड प्रेशर कैसे हार्ट फेलियर का कारण बन सकता है?
हाई ब्लड प्रेशर दिल की मांसपेशियों पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे वे समय के साथ कमजोर हो सकती हैं। कमजोर मांसपेशियां रक्त को प्रभावी ढंग से पंप नहीं कर पातीं, जिससे शरीर के अन्य अंगों तक पर्याप्त रक्त नहीं पहुंचता। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर दिल के वाल्वों पर भी दबाव डालता है, विशेषकर बाईं ओर के वाल्व पर, जिससे वे ठीक से काम नहीं कर पाते। इससे रक्त का प्रवाह बाधित होता है और दिल पर अधिक दबाव डालता है।
साथ ही, हाई ब्लड प्रेशर धमनियों को सख्त और संकीर्ण कर सकता है, जिससे रक्त प्रवाह कम हो जाता है। अगर इसे नियंत्रित नहीं किया जाए, तो हार्ट फेलियर और अन्य दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
इस प्रकार, हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट फेलियर के बीच एक स्पष्ट संबंध है। इसे नियंत्रित करना दिल की सेहत के लिए महत्वपूर्ण है।
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