देहरादून: उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में एक ट्रेन के लोको पायलटों द्वारा रेलवे ट्रैक पर बिजली का तार देखे जाने के बाद एक बड़ा रेल हादसा टल गया। यह घटना मंगलवार, 15 अक्टूबर की सुबह उस समय घटी जब देहरादून-टनकपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस खटीमा रेलवे स्टेशन को पार कर रही थी।
लोको पायलटों ने रेलवे ट्रैक पर 15 मीटर लंबा हाईटेंशन तार पड़ा देखा, जिसके बाद उन्होंने आपातकालीन ट्रैक लगाया और ट्रेन को रोक दिया गया। घटना की सूचना मिलने पर रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और तार को पटरी से हटाया, जिसके बाद ट्रेन आगे के लिए रवाना हुई। मामले की जांच शुरू कर दी गई है और रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) तथा उत्तराखंड पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने भी घटनास्थल का दौरा किया। घटना के बाद अज्ञात आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की संबंधित धाराओं के तहत मामला भी दर्ज किया गया है।
खटीमा स्टेशन के स्टेशन मास्टर के अनुसार, "जब देहरादून-टनकपुर साप्ताहिक एक्सप्रेस स्टेशन से गुजरी, तो लोको पायलटों ने एक लंबा तार देखा, जिसके बाद उन्होंने ट्रेन रोक दी। मामले के संबंध में जांच शुरू कर दी गई है और उसके बाद कार्रवाई की जाएगी।" इससे पहले इसी साल सितंबर में प्रयागराज से भिवानी जा रही कालिंदी एक्सप्रेस उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में पटरी पर रखे एलपीजी सिलेंडर से टकरा गई थी, जिससे एक बड़ा रेल हादसा होते-होते टल गया था। ट्रेन के इंजन पायलट ने पटरियों पर एलपीजी सिलेंडर और अन्य संदिग्ध चीजें देखीं, जिसके बाद उसने ब्रेक लगाए। हालांकि, ट्रेन समय पर नहीं रुकी और सिलेंडर से टकराकर रुक गई। घटना की जांच शुरू कर दी गई है।
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