इस बात को हम सभी को इस बात का खास ख्याल रखना चाहिए की यूरिक एसिड समय के साथ-साथ बढ़ने वाली परेशानी है. शरीर में इस एसिड के बढ़ने की वजह से व्यक्ति को आर्थराइटिस की परेशानी होने लगती है. वही आर्थराइटिस के वजह से जोड़ों में सूजन आने लगती है. जिस कारण असहनीय दर्द होने लगता है. इस दर्द का असर सेहत पर भी धीरे-धीरे दिखाई देने लगता है. हम आपको बता दें कि शरीर में यूरिक एसिड का निर्माण कमजोर मेटाबॉलिज्म के कारण होने लगता है. जंहा यूरिक एसिड रक्त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने का काम करता है। हालांकि अपने खानपान पर विशेष ध्यान देकर इसकी मात्रा को नियंत्रित कर सकते है.
विटामिन डी से मिलेगा परिपूर्ण भोजन:
सूत्रों का कहना हैं कि बढ़े हए यूरिक एसिड को नियंत्रित करने के लिए सही आहार लेना बहुत आवश्यक होता है. जंहा विटामिन डी से परिपूर्ण आहार के सेवन से यूरिक एसिड कंट्रोल में बना रहता है। दूध, दही, अंडा, मछली आदि विटामिन डी के मुख्य स्रोत हैं। इसके अलावा संतरा, चेरी, बेरी जैसे फलों कों अपने आहार में शामिल होती है.
फाइबर वाला आहार:
ऐसा कहा जाता है कि फाइबर हमारी सेहत के लिए कई मायनों में बहुत अच्छा माना जाता है. उच्च फाइबर वाले भोजन से आप बढ़े हुए यूरिक एसिड के लेवल को भी कंट्रोल किया जा सकता हैं. वही हमारे शरीर में यूरिक एसिड को सोखने का काम करता है। दाल, फ्लेक्सीड, ब्रोकली, सेब, नाशपाती आदि उच्च फाइबर वाले आहार माने जाते है. इसलिए हमे रोजाना पौष्टिक आहार लेना चाहिए.
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