जूनियर विश्व विजेता एथलीट हिमा दास सहित दूसरे एथलीटों ने एनआईएस पटियाला के गल्र्स हॉस्टल में दिए जा रहे भोजन की किस्म पर प्रश्न खड़े कर दिए हैं. यह प्रथम केस नहीं है, जब लॉकडाउन के पश्चात् एनआईएस घेरे पर है. हिमा ने वर्चुअल बैठक के माध्यम से स्वयं इस केस को स्पोर्ट्स मिनिस्टर किरेन रिजिजू तथा भारतीय खेल प्राधिकरण अफसरों के समक्ष रखा.
इसके पश्चात् भोजन के उचित परिक्षण के लिए भारतीय खेल प्राधिकरण ने एक न केवल समिति का गठन कर दिया, बल्कि प्लेयर्स की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी कर दिया. सूत्र बताते हैं कि हिमा ने अपोर्ट्स मिनिस्टर तथा भारतीय खेल प्राधिकरण के समक्ष खाने में नाखून निकलने, तथा साफ-सफाई के इंतजाम नहीं होने की कम्प्लेन की थी. हालांकि यह प्रथम केस नहीं है, जब एथलीटों ने खाने को लेकर कम्प्लेन की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एथलीटों ने रात में साढ़े आठ बजे से पूर्व खाना समाप्त होने की कम्प्लेन की है. इस कम्प्लेन को बाकायदा एथलीट ने मौजूद रजिस्टर में अंकित किया है. सूत्र यहां तक बताते हैं कि हिमा की कम्प्लेन के पश्चात् भारतीय खेल प्राधिकरण अफसरों ने दो सहायक न्यूट्रीशिनिस्ट पर गाज गिराने की तैयारी कर ली है. भारतीय खेल प्राधिकरण की तरफ से बताया गया है कि हिमा की अगस्त महीने में की गई कम्प्लेन का निवारण कर लिया गया है. स्वयं हिमा अब यहां के खाने की किस्म से संतुष्ट हो चुकी हैं. हालांकि दो दिन पहले हिमा शिविर से अवकाश लेकर असम जा चुकी हैं. वही इस शिकायत पर काम भी किया गया है.
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