शिमला. हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती का एग्जाम पेपर लीक होने के मामले में सरकार ने बड़ा ऐलान किया है. अब भर्ती को लेकर वापस से टेस्ट लिया जाएगा. सीएम जयराम ठाकुर ने ऐलान करते हुए कहा कि रिटन टेस्ट दोबारा होगा और मामले को लेकर SIT का गठन किया गया है. पेपर लीक को लेकर मीडिया के सवालों पर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि उन्होंने पुलिस विभाग को जांच के निर्देश दिए हैं. उनकी सरकार की प्राथमिकता है कि परीक्षा और भर्ती पारदर्शिता के साथ हो. सीएम ने कहा कि मामले की जांच के लिए SIT का गठन किया गया है.
सीएम जय राम ठाकुर ने बताया है कि 1700 पदों के लिए 27 मार्च को लिखित परीक्षा हुई थी और अब इस मामले में कांगड़ा में केस दर्ज किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि DIG मधूसदून के नेतृत्व में SIT का गठन किया गया है. एक माह के अंदर नए सिरे से भर्ती के लिए रिटन टेस्ट आयोजित किया जाएगा. दरअसल, तीन अभ्यर्थियों ने एग्जाम में 90 में से 70 मार्क्स प्राप्त किए थे. जब इनके डाक्यूमेंट्स देखे गए, तो 10वीं और 12वीं कक्षा में इनके औसत अंक ही थे.
इस पर जब शक हुआ तो पुलिस ने तीनों से पूछताछ की. सख्ती से पूछताछ के दौरान तीनों युवक टूट गये और पूरी सच्चाई बयां कर दी. पूछताछ में पता चला है कि 7 से 8 लाख रुपये देकर पहले ही पेपर लीक कर दिए गए थे. पुलिस को जिस प्रिंटिंग प्रेस में पेपर की छपाई हुई है., वहां से पर्चों के लीक होने की आशंका है. साथ ही पेपर लीक गैंग के तार दिल्ली और हरियाणा से जुड़े हो सकते हैं.
काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट पर नमाज़ पढ़ने बैठ गई महिला, यूपी पुलिस ने जबरन हटाया
बंगाल: फंदे पर लटका मिला भाजपा कार्यकर्ता का शव, पार्टी ने TMC पर लगाया हत्या का आरोप