धर्मशाला: हिमाचल के राजनेताओं के साथ ही आम जनता को भी 8 दिसंबर का इंतजार था जो आज आ चुका है। आज राज्य के सियासी भविष्य का फैसला होगा और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में 68 सीटों के लिए 412 उम्मीदवारों ने अपनी दावेदारी पेश की है। इसमें कुछ नए चेहरे तो कई राजनीतिक दिग्गज भी सियासी मैदान में उतरे। जी हाँ इन सभी के बीच 6 बार हिमाचल प्रदेश मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के बेटे विक्रमादित्य सिंह 2017 में शिमला ग्रामीण से विधायक बने थे।
शिवराज सरकार ने बेरोजगार युवाओ के लिए निकाली इंटर्नशिप योजना,आज से एनरोलमेंट शुरू
आपको बता दें कि इस बार वह फिर से शिमला ग्रामीण से किस्मत आजमा रहे हैं। उन्होंने जीत का दावा करते हुए कहा है कि जयराम ठाकुर मुंगेरीलाल के हसीन सपने देखना बंद करें। उन्होंने कहा है कि मोदी जी को सोचना चाहिए कि विधानसभा चुनाव में उनके नाम पर वोट नहीं पड़ने वाला है। हमने जो वादे जनता से किए हैं, उनको निभाने का वक्त आ गया है। सरकार बनते ही हम उनको पूरा करेंगे। आपको यह भी बता दें कि हिमाचल प्रदेश में 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 68 में से 44 सीटों पर जीत दर्ज की थी। वहीं कांग्रेस को 21 सीटें मिली थीं।
इसके अलावा एक सीट माकपा को मिली थी। वहीं दो निर्दलीयों ने भी चुनाव जीता था। वहीं हिमाचल प्रदेश में यह ट्रेंड रहा है कि राज्य में किसी भी दल की दोबारा सरकार नहीं बनी है। ऐसे में यह देखना बेहतरीन होगा कि इस बार राज बदलने और रिवाज बदलने की आस लोगों की पूरी होती है या नहीं। वैसे तो कांग्रेस ने अपनी जीत का दावा किया है तो वहीं बीजेपी ने भी जीत का दम भरा है। बीजेपी का कहना है कि इस बार पार्टी दोबारा जीतकर नया रिकॉर्ड स्थापित होगा।
नशे का ओवरडोज़ हो जाने से हुई मौत, सॉफ्टवेयर इंजीनियर था मृतक
'कम से कम बेस्ट फ्रेंड के पति को तो छोड़ देतीं...', इस मशहूर एक्ट्रेस की शादी के तुरंत बाद भड़के लोग
"मणि" और "मोंटी" का हुआ विदाई समारोह, "ऑरियो" और "शेरू" का हुआ स्वागत-भोपाल राजाभोज एयरपोर्ट