शिमला: आज के समय में बीमारी हो या कोई आपदा दोनों ही मानव जीवन पर संकट बन ही जाती है. जिसमे से एक है कोरोना वायरस यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका अभी तक कोई तोड़ नहीं मिल पाया है. वहीं मेडिकल कॉलेजों की ओपीडी में सर्दी-खांसी, जुकाम से ग्रसित मरीजों के कोरोना टेस्ट होंगे. प्रदेश सरकार ने मेडिसिन ओपीडी में तैनात डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि वे ऐसे मरीजों के सैंपल को जांच के लिए भेजे, जिनका करीब 10 से 15 दिन से खांसी, बुखार जुकाम और गले में दर्द लगातार बना हुआ हो. वहीं शिमला और हिमाचल के हर मेडिकल कॉलेज से प्रतिदिन 3 से 4 मरीजों के सैंपल भेजने होंगे. सूत्रों की माने तो जिलों के अस्पतालों में अगर इस तरह का मरीज आता है तो उसके भी जांच के लिए सैंपल भेजे जाएंगे.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जिला हमीरपुर में दो मरीजों में कोरोना वायरस की पुष्टि के बाद सरकार ने यह कदम उठाया है. इनके साथ ही डॉक्टरों को निर्देश दिए हैं कि ऐसे मरीजों का उपचार करने से पहले यह पता करना होगा कि मरीज हिमाचल से बाहर तो नहीं गया. इसके अलावा उन लोगों के संपर्क में आया हो, जिन लोगों में इस बीमारी की पुष्टि हो चुकी हो. मरीजों से जानकारी हासिल करने के बाद यह सूचना एचओडी को देनी होगी.
जंहा इस बात का पता चला है कि अतिरिक्त मुख्य सचिव स्वास्थ्य आरडी धीमान ने बताया कि हिमाचल में जिन लोगों का 10 से 15 दिन तक फ्लू ठीक नहीं हो रहा है, उनके कोरोना टेस्ट होंगे. मेडिकल कॉलेजों और सीएमओ को इसके निर्देश दिए गए हैं.
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