शिमला: हिमाचल प्रदेश विधानसभा के नतीजों से पहले ही कांग्रेस राज्य प्रमुख प्रतिभा वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री पद की दौड़ में शामिल हो गई हैं। जी हाँ और हाल ही में उन्होंने अपना रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि, 'वीरभद्र सिंह के परिवार और विरासत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है।' जी दरअसल हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की पत्नी प्रतिभा सिंह ने शिमला में मीडिया से बात करते हुए कहा, "राज्य के लोग चाहते हैं कि वीरभद्र परिवार का कोई व्यक्ति राज्य के विकास की विरासत को आगे बढ़ाए।"
इसी के साथ पूर्व मुख्यमंत्री की पत्नी ने बीते बुधवार को संकेत दिया था कि अगर पार्टी विधानसभा चुनाव जीतती है तो “होली लॉज” - परिवार का पैतृक घर - मुख्यमंत्री पद के लिए इच्छुक है। आपको बता दें कि वीरभद्र सिंह का पिछले साल निधन हो गया था। उनके विधायक पुत्र विक्रमादित्य ने 12 नवंबर को शिमला ग्रामीण से चुनाव लड़ा था। उनकी मां और मंडी से सांसद प्रतिभा सिंह विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं थीं। आपको यह भी बता दें कि आज हिमाचल प्रदेश विधानसभा 2022 के नतीजे आ रहे हैं और इन नतीजों से पहले पूर्व सीएम की पत्नी ने कहा, "हम 40 सीटों से ऊपर की उम्मीद कर रहे हैं। 42 भी हो सकती हैं और 45 के पार भी जा सकती हैं। यह स्पष्ट है कि हम सरकार बना रहे हैं। लोगों से भी यही प्रतिक्रिया है। मैंने क्षेत्रों का दौरा किया और मैंने लोगों की प्रतिक्रिया देखी है और वे क्या चाहते हैं कि कांग्रेस की सरकार बने।"
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इसी के साथ कांग्रेस राज्य प्रमुख ने यह भी कहा, "वीरभद्र सिंह मौजूद नहीं हैं इसलिए कांग्रेस को भी लगता है कि हम उनके चेहरे की उपेक्षा नहीं कर सकते। हर पोस्टर में उनकी प्रमुख तस्वीर थी, इसलिए लोगों को लगता है कि उनकी उपेक्षा नहीं की गई है और उन्हें लगता है कि उनकी विरासत को भी ध्यान में रखा जाना चाहिए।" आगे प्रतिभा सिंह ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री पद के लिए पार्टी यह देखेगी कि जनता और अधिकांश विधायक क्या चाहते हैं।
आगे उन्होंने कहा, "मैं दावा नहीं कर रही हूं लेकिन हमें यह देखना होगा कि लोग क्या चाहते हैं और अधिकांश विधायक क्या चाहते हैं उसे ही ध्यान में रखा जाएगा। हम आलाकमान से भी हस्तक्षेप करने के लिए कहेंगे, मुझे यकीन है कि वे देखेंगे कि लोग क्या चाहते हैं और विधायक क्या चाहते हैं।” इसी के साथ उन्होंने कहा, "अधिकांश विधायक और जीतने वाले उम्मीदवार चाहते हैं कि वीरभद्र सिंह के परिवार की उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए और नतीजों के बाद आलाकमान को अंतिम निर्णय लेने देना चाहिए। जहां तक कांग्रेस का संबंध है, हम बंटे हुए नहीं हैं, हम एक साथ हैं। हम सब एक साथ मिलकर फैसला करेंगे।"
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