शिमला: COVID-19 संक्रमण की वजह से हुआ लॉकडाउन हिमालय इलाके के लिए संजीवनी बना. इस वक़्त हिमालयी इलाके में बुग्याल, वनस्पति, फूल खूब खिले हैं, तथा इन इलाकों में प्लास्टिक समेत अन्य प्रकार का कचरा भी नहीं दिख रहा है. वही चमोली शहर के प्रमुख धार्मिक तथा टूरिस्ट प्लेस हिमालयी इलाके में हैं. यहां बदरीनाथ, माणा, सतोपंत, रुद्रनाथ, क्वांरीपास, औली, सप्तकुंड, दुग्ध कुंड, लार्ड कर्जन ट्रैक, वेदनी बुग्याल, होम कुंड, फूलों की घाटी, गोरसो बुग्याल, मलारी आदि क्षेत्र हैं, तथा प्रत्येक वर्ष गर्मियों में लाखों के आंकड़े में व्यक्ति आते हैं, जिसका प्रभाव इन इलाकों की वनस्पति तथा बुग्यालों पर होता है.
वही इस वर्ष लॉकडाउन की वजह से कम मानवीय हस्तक्षेप की वजह से इन इलाकों में इस वक़्त बहार आई हुई है. वहीं हिमालय इलाके में पड़ने वाले पर्यावरणीय असर भी कम हुए हैं. पर्यावरणविद चंडीप्रसाद भट्ट का कहना है कि लॉकडाउन से बुग्यालों को नया जीवन प्राप्त हुआ है. हिमालय रेंज पर शोध की आवश्यकता है. इस वक़्त का अध्ययन भविष्य में हिमालय के लिए बनने वाली रणनीतियों का आधार होगा. वही अभी हिमालय का दृश्य बेहद ही शानदार है.
वही दूसरी तरफ राज्य के राजधानी देहरादून में कोविड-19 के अस्पतालों में आईसीयू के सभी बेड फुल हो गए हैं. जनरल, प्राइवेट और सेमी प्राइवेट वार्ड में भी गिनती के बेड ही खाली हैं. ऐसे में अस्पताल भी कम लक्षण या बिना लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन के लिए भेज रहे हैं. वहीं, मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्राइवेट अस्पताल बेड की संख्या बढ़ाने पर भी विचार कर रहे हैं.
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