लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से रामचरितमानस की चौपाई को लेकर दिए गए बयान पर घमासान अब सड़कों पर आ गया है। स्वामी प्रसाद मौर्य के विरुद्ध विरोध अब सड़कों पर आ गया है। जीभ काटने वाले को इनाम की घोषणा को लेकर स्वामी प्रसाद ने ऐसा करने वालों को आतंकी एवं जल्लाद बताया था। उनके इस बयान के विरोध में अखिल भारत हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने मथुरा के गोवर्धन चौराहे पर विरोध-प्रदर्शन किया तथा नारेबाजी की।
प्राप्त रिपोर्ट के अनुसार, अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने गोवर्धन चौराहे पर स्वामी प्रसाद मौर्य खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किया। तत्पश्चात, स्वामी प्रसाद के पुतले की पिटाई भी की तथा मुख्यमंत्री योगी से इसे लेकर मौर्य के विरुद्ध सख्त कार्रवाई किए जाने की मांग भी की। दिनेश शर्मा ने स्वामी प्रसाद को गिरफ्तार कर जेल भेजने की मांग की है। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य के विरुद्ध लखनऊ के हजरतगंज थाने में मुकदमा दर्ज है। स्वामी प्रसाद सनातन की आस्था को निरंतर ठेस पहुंचा रहे हैं। दिनेश ने कहा कि यदि स्वामी प्रसाद मौर्य को हिंदुस्तान में रहना अच्छा नहीं लग रहा है तो वे पाकिस्तान चले जाएं तथा वहां जाकर इस्लाम के खिलाफ कुछ भी बोलना आरम्भ कर दें तब उनको पता लगेगा कि इस्लाम के खिलाफ बोलने पर क्या होता है।
अखिल भारत हिंदू महासभा एवं संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने भी इस विवाद को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य पर निशाना साधा है। उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव को भी घेरा है। स्वामी चक्रपाणि ने ने कहा है कि स्वामी प्रसाद मौर्य के हिंदू विरोधी बयान को अखिलेश यादव की मौन स्वीकृति है। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की तरफ से स्वामी प्रसाद के विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं किया जाना भी यही दर्शाता है। स्वामी चक्रपाणि ने इसकी निंदा करते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को इसके लिए उत्तर प्रदेश की जनता माफ नहीं करेगी।
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