ढाका। बांग्लादेश में एक बार फिर अल्पसंख्यक हिंदूओं को लेकर अत्याचार की बात सामने आई है। दरअसल यहां पर हिंदू मंदिरों पर हमले हुए हैं। मंदिरों में प्रतिष्ठापित भगवान की मूर्तियों को तोड़ दिया गया है। इतना ही नहीं हिंदूओं के विरूद्ध हिंसा की गई है। इस घटना के बाद पुलिस ने 6 लोगों को पकड़ लिया है और पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स के ही साथ बाॅर्डर गार्ड बांग्लादेश अराजकता को रोकने के लिए तैनात कर दी गई है।
मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में ब्राह्मणबरिया,नसीरनगर क्षेत्र में मौजूद 15 हिंदू मंदिरों को उपद्रवियों ने अपना निशाना बनाते हुए यहां पर जमकर तोड़फोड़ की। यहां उपद्रवियों ने भगवान जगन्नाथ और गौरा मंदिर के सामान और मूर्तियों को अपने निशाने पर लिया। प्रदर्शनकारी इतने पर भी नहीं रूके उन्होंने हिंदूओं के घरों को निशाना बनाया और 100 मकानों में आग लगा दी। आग लगाने के पहले उपद्रवियों की भीड़ ने जमकर लूटपाट की। इस घटना के बाद माधवपुर और नसीरनगर में पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती कर दी गई है।
हालांकि यहां रहने वाले हिंदू सहम गए हैं। गौरतलब है कि हमले की घटना के बीच बांग्लादेश में सोश्यल मीडिया वेबसाईट फेसबुक पर आपत्तीजनक पोस्ट करने का मामला सामने आया है। लोगों का आरोप है कि इस पोस्ट से लोगों की धार्मिक भावनाऐं आहत हुई हैं। इस तरह के पोस्ट करने के मामले में आरोपी रसराज दास के विरूद्ध धार्मिक भावनाऐं भड़काने का प्रकरण दर्ज कर लिया गया है।
गौरतलब है कि वर्ष 2012 में भी बांग्लादेश में बौद्ध मंदिरों पर हमला हुआ था। यह हमला एक फेसबुक पोस्ट किए जाने के बाद हुआ था। उपद्रव में 2 लोग मारे गए थे। रविवार दोपहर को हुए हमले में पुजारी घायल हो गए हैं घायलों को चिकित्सालयों में उपचार दिया जा रहा है। हालांकि घटना के बाद हिंदू रहवासी क्षेत्रों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है लेकिन अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले असहिष्णुता संबंधी इस हमले को गंभीर माना जा रहा है।