वाशिंगटन: अमेरिका के कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो काउंटी में एक हिंदू मंदिर पर हमला करने का ताजा मामला सामने आया है। बुधवार, 25 सितंबर 2024 को कुछ अराजक तत्वों ने मंदिर की दीवारों पर हिंदू विरोधी संदेश और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ अपमानजनक शब्द लिखे। इस घटना के पीछे खालिस्तानी तत्वों का हाथ होने की संभावना जताई जा रही है।
2 Hindu temples attacked in the past 2 weeks.
— HinduACTion (@HinduACT) September 25, 2024
This time again it is the @BAPS temple in #Sacramento.
Hindu places of worship are being attacked all across the US. Why are these attacks not being classified as hate-crimes?
pic.twitter.com/ylZysV9H3M
BAPS पब्लिक अफेयर नामक एक अकाउंट ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी साझा की। बताया गया कि न्यूयॉर्क में मंदिर पर हमले के 10 दिन बाद सैक्रामेंटो के मंदिर को भी निशाना बनाया गया। मंदिर की दीवारों पर "हिंदू वापस जाओ" और "मोदी और जयशंकर आतंकी हैं" जैसे आपत्तिजनक नारे लिखे गए। वहीं, जमीन पर "फ$ मोदी" भी लिखा गया। सैक्रामेंटो काउंटी शेरिफ के अधिकारी ने इस घटना की निंदा करते हुए कहा कि जिसने भी यह कृत्य किया है, उसे न्याय के कटघरे में लाया जाएगा। अधिकारी ने चेतावनी दी कि यह मामला न तो दबाया जाएगा और न ही भुलाया जाएगा।
अमेरिकी सांसद रो खन्ना ने भी इस हमले पर प्रतिक्रिया दी और ट्वीट कर कहा कि हिंदू अमेरिकियों के प्रति इस तरह की नफरत और बर्बरता भयावह है और नैतिक रूप से गलत है। उन्होंने न्याय विभाग से इस घृणा अपराध की जाँच करने और जिम्मेदार लोगों को कानून के तहत जवाबदेह ठहराने की मांग की। इससे पहले, 16 सितंबर 2024 को न्यूयॉर्क के मेलविले में एक हिंदू मंदिर पर भी हमला हुआ था। वहाँ भी असामाजिक तत्वों ने मंदिर के बाहर अपमानजनक शब्द लिखे थे और मंदिर को नुकसान पहुँचाया था।
क्या राहुल गांधी के बयान से भड़की ये आग?
इस घटना के संदर्भ में सवाल यह भी उठता है कि हाल ही में अमेरिका दौरे के दौरान राहुल गांधी ने एक बयान दिया था, जिसमें उन्होंने दावा किया था कि भारत में सिखों को कड़ा और पगड़ी पहनने से रोका जाता है और गुरुद्वारे जाने की अनुमति नहीं दी जाती। उनके इस बयान का खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने पत्र लिखकर खुला समर्थन किया था। भारत में भी कई बुद्धिजीवियों ने राहुल के इस बयान पर चिंता जताई थी, क्योंकि इस झूठे बयान से खालिस्तानी तत्व सिख समुदाय को भड़काने की कोशिश कर सकते हैं, लेकिन राहुल तो जहर फैलाकर चले आए।
भारत से लेकर कनाडा और अमेरिका तक सिखों को खालिस्तान के नाम पर भारत के खिलाफ भड़काया जा रहा है और राहुल गांधी इस आग में केरोसिन डालने का काम कर रहे हैं। अमेरिका में वो सिखों से कह रहे हैं कि भारत में लड़ाई इस बात की है कि सिख पगड़ी पहन सकते हैं,या नहीं, कड़ा पहन सकते हैं या नहीं।… pic.twitter.com/BT6wxdRwRx
— Ashok Shrivastav (@AshokShrivasta6) September 10, 2024
राहुल गांधी के इस झूठे बयान के बाद, अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या उनके द्वारा फैलाए गए इस 'जहर' का असर अब सामने आ रहा है? क्या इसी कारण से खालिस्तानी तत्वों ने मंदिर पर हमला किया? यह घटना चिंता का विषय है, क्योंकि ऐसे बयान से उत्पन्न विभाजनकारी विचारधाराएं हिंसक घटनाओं को भड़का सकती हैं।
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