हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड को बड़ी उपलब्धि प्राप्त हो चुकी है। उसने हिंदुस्तान-228 (VT-KNR) एयरक्राफ्ट का सफल ग्राउंड रन और लो स्पीड टैक्सी ट्रायल (LSTT) कर दिया गया है। डीजीसीए टाइप सर्टिफिकेशन पाने के मकसद से ऐसा किया गया है। यह पूरी तरह से भारत में बना सिविल एयरक्राफ्ट है। विमान एक साथ कई उद्देश्यों को पूरा करने वाला है।
मिली जानकारी के अनुसार 19 सीटों वाला विमान कई कामों में उपयोग होने वाला है। जिसकी सहायता से VIP की आवाजाही, पैसेंजर ट्रांसपोर्ट, एयर एंबुलेंस, फ्लाइट इंस्पेक्शन, क्लाउड सीडिंग इत्यादि का काम किया जा सकेगा। जिसके अतिरिक्त पैरा जंपिंग, एरियल सर्विलांस, फोटोग्राफी और कार्गो एप्लीकेशन जैसी गतिविधियों में भी यह कार्य किया जाएगा। जहां इस बात का पता चला है कि एचएएल की कानपुर फैसिलिटी में स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर सिविल एयरक्राफ्ट का ग्राउंड रन और ट्रायल पूरा किया गया। कंपनी ने इसे एक बड़ी उपलब्धि करार दी जा चुकी है। उसने कहा कि यह रीजनल एयर कनेक्टिविटी को मजबूत बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पहले फिक्स्ड विंग मेड-इन-इंडिया सिविल एयरक्राफ्ट के लिए यह प्रमुख मील का पत्थर है।
जहां इस बारें में अधिकारियों ने कहा कि टाइप सर्टिफिकेशन प्राप्त करने से HAL के लिए एयरक्राफ्ट के वास्ते इंटरनेशनल सर्टिफिकेशन पाने का रास्ता खुलेगा। एयरक्राफ्ट लेटेस्ट FAR-23 सर्टिफिकेशन जरूरतों को पूरा करने वाला है। HAL का कानपुर स्थित ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट डिवीजन डिफेंस कस्टमर्स के लिए ट्रांसपोर्ट और ट्रेनर एयरक्राफ्ट बन रहा है। डिवीजन हिंदुस्तान-228 विमानों की मैन्यूफैक्चरिंग में भी उतरा है। जिसका अहम् मकसद केंद्र सरकार की रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम उड़ान को सहायता प्रदान करेगा।
HAL’s ‘Made in India’ Civil Aircraft Achieves Major Milestone, Carries out Ground Run and Low Speed Taxi Trials.. 1/2 @gopalsutar @DefProdnIndia @SpokespersonMoD @drajaykumar_ias @PTI_News @ANI pic.twitter.com/pywoLk0OR7
HAL (@HALHQBLR) August 16, 2021
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