नई दिल्ली. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बार फिर चर्चा में आ गए हैं. उनका एक बयान सामने आया जिसमें उन्होंने सरकार का साथ देने की बात कही हैं. भागवत शुक्रवार को कॉलेज जाने वाले आरएसएस स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि हिंदुस्तान, हिंदुओं का देश है लेकिन इसका ये कतई मतलब नहीं है कि यहां दूसरे धर्म के लोग नहीं रह सकते.
इसके बाद भागवत ने कहा कि सरकार अकेले विकास नहीं ला सकती इसके लिए समाज के सभी वर्गों को साथ आना होगा. विकास के लिए हरदम सरकार का मुंह ताकने के बजाय नागरिकों के खुद कदम उठाने की जरुरत हैं. देश को बड़ा बनाना किसी अकेले नेता, नीति, पार्टी, अवतार और सरकार के अपने बूते का काम नहीं है.
भागवत ने आगे कहा कि हिंदू का मतलब है भारत मां की संतानें. यानी भारतीय पूर्वजों के वे वंशज, जो भारतीय संस्कृति के अनुसार रहते हैं. पुराने समय में लोग विकास के लिए भगवान का रुख करते थे लेकिन कलियुग में लोग सरकार के लिए इसको जिम्मेदार मानते हैं लेकिन वास्तव में सरकार यह तब ही कर सकती है जब समाज भी उसका साथ दे.
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