हिसार: भारत में नशे का कारोबार लगातार ही बढ़ता जा रहा है और लोगों की नसों में जहर घोलकर जिंदगी बर्बाद करने वाले नशीले पदार्थों का काला धंधा उपमंडल हिसार के हांसी और आसपास के क्षेत्रों में साल-दर-साल पैर पसार रहा है। जानकारी के अनुसार बता दें कि जिला पुलिस द्वारा औसतन प्रति माह 15 किलो से अधिक नशीले पदार्थ पकड़े जा रहे हैं। नशे के गोरखधंधे से जुड़े मास्टरमांइड तस्करों पर पूरी तरह से शिकंजा कसने के प्रयासों में जुटी पुलिस भी नशीले पदार्थों पर लगाम लगाने में बेबस नजर आ रही है।
जानिए क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय प्रेस दिवस
यहां बता दें कि हांसी जिला पुलिस इस साल 14 करोड़ रुपये से अधिक के नशीले पदार्थों को पकड़कर 80 तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है। वहीं पुलिस द्वारा पकड़े गए नशे के सामान में स्मैक और चरस की मात्रा सबसे अधिक है। इसके साथ ही पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि हांसी और आसपास के क्षेत्रों में नशीले पदार्थों की तस्करी में तेजी आई है हालांकि पुलिस ने भी नशीले पदार्थों के कारोबार पर नकेल कसने के लिए प्रयास तेज किए हैं। आंकड़े बताते हैं कि जिला पुलिस ने इस साल औसतन हर महीने नशीले पदार्थों की 6 बड़ी खेप पकड़ी हैं और इतने ही तस्करों को प्रति माह पकडऩे में सफलता हाथ लगी है।
राष्ट्रीय पत्रकारिता दिवस: मात्र चाटुकारिता बनकर रह गई है पत्रकारिता
गौरतलब है कि देश में नशे का कारोबार बढ़ रहा है और इसे खत्म करने के लिए पुलिस द्वारा सघनता से जांच पड़ताल भी की जा रही है। यहां बता दें कि देश में छोटे कस्बों से लेकर बड़े शहरों तक नशे की चेन बनी हुई है। वहीं इस साल पुलिस 180 किलो से अधिक नशीले पदार्थ पकड़ चुकी है। इस साल अब तक पुलिस ने 80 तस्करों को गिरफ्तार किया है, लेकिन सरगना तक पुलिस के हाथ नहीं पहुंच पाए हैं।
खबरें और भी
रूठे बेटे को मानाने के लिए राबड़ी ने किया फोन, कहा 'घर आ जाओ लल्ला'
अयोध्या में शुरू हुई चौदह कोसी यात्रा, प्रशासन ने सुरक्षा के किए कड़े प्रबंध
भारत करना चाहता है अमेरिका से 13,500 करोड़ रुपये का रक्षा सौदा